मां ताप्ती जन्मोत्सव समिति ने ध्वज यात्रा निकाली
मां ताप्ती जन्मोत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सुबह ध्वज यात्रा निकालकर मां ताप्ती का अभिषेक कर ताप्ती तट के सभी मंदिरों में नारियल भेंट कर पूजन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में नगर के श्रद्धालु ध्वज यात्रा में शामिल हुए। ध्वज यात्रा गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से परिक्रमा मार्ग पर निकली जिसमें श्रद्धालु मां ताप्ती के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। जन्मोत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्ष मां ताप्ती सरोवर में ध्वजा चढ़ाकर धार्मिक आयोजन एवं अनुष्ठान किए जाते हैं।
मां ताप्ती जन्मोत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सुबह ध्वज यात्रा निकालकर मां ताप्ती का अभिषेक कर ताप्ती तट के सभी मंदिरों में नारियल भेंट कर पूजन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में नगर के श्रद्धालु ध्वज यात्रा में शामिल हुए। ध्वज यात्रा गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से परिक्रमा मार्ग पर निकली जिसमें श्रद्धालु मां ताप्ती के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। जन्मोत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्ष मां ताप्ती सरोवर में ध्वजा चढ़ाकर धार्मिक आयोजन एवं अनुष्ठान किए जाते हैं।
दंडवत प्रणाम करते हुए श्रद्धालुओं ने किया परिक्रमा
मां ताप्ती की भक्ति में लीन होकर सुबह युवा श्रद्धालुओं द्वारा मां ताप्ती की दंडवत परिक्रमा की गई। मां ताप्ती से प्रारंभ हुई दंडवत परिक्रमा यात्रा में श्रद्धालु मार्ग पर दंडवत परिक्रमा करते हुए चल रहे थे। इस दौरान श्रद्धालु भक्ति में इतने तल्लीन हो गए थे कि उन्हे मार्ग के पड़े पत्थरों की भी परवाह नही थी। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मां ताप्ती का नाम लेकर जयकारे लगाकर पसीना बहाते हुए कठिन दंडवत परिक्रमा यात्रा पूर्ण की जिनकी श्रद्धा एवं आस्था देखकर लोगों ने दांतो तले उंगलियां दबा ली।
मां ताप्ती की भक्ति में लीन होकर सुबह युवा श्रद्धालुओं द्वारा मां ताप्ती की दंडवत परिक्रमा की गई। मां ताप्ती से प्रारंभ हुई दंडवत परिक्रमा यात्रा में श्रद्धालु मार्ग पर दंडवत परिक्रमा करते हुए चल रहे थे। इस दौरान श्रद्धालु भक्ति में इतने तल्लीन हो गए थे कि उन्हे मार्ग के पड़े पत्थरों की भी परवाह नही थी। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मां ताप्ती का नाम लेकर जयकारे लगाकर पसीना बहाते हुए कठिन दंडवत परिक्रमा यात्रा पूर्ण की जिनकी श्रद्धा एवं आस्था देखकर लोगों ने दांतो तले उंगलियां दबा ली।
विशाल चुनरी मां ताप्ती को अर्पित की
मां ताप्ती सेवा समिति द्वारा इस वर्ष 1601 फीट की चुनरी मां ताप्ती को अर्पित की गई जिसके पूर्व चुनरी यात्रा धूमधाम से निकाली गई। चुनरी यात्रा में महिला पुरूष श्रद्धालु चुनरी लेकर चल रहे थे। चुनरी इतनी लंबी थी कि पूरे परिक्रमा मार्ग पर चुनरी ही चुनरी नजर आई। समिति के जयकिशन चंदेल ने बताया कि प्रतिवर्ष चुनरी की लंबाई बढ़ती ही जा रही है लोग श्रद्धावश मां ताप्ती को चुनरी अर्पित करते हैं जिसमें बाहर के श्रद्धालुओं द्वारा भी चुनरियां भिजवाई जाती है।
मां ताप्ती सेवा समिति द्वारा इस वर्ष 1601 फीट की चुनरी मां ताप्ती को अर्पित की गई जिसके पूर्व चुनरी यात्रा धूमधाम से निकाली गई। चुनरी यात्रा में महिला पुरूष श्रद्धालु चुनरी लेकर चल रहे थे। चुनरी इतनी लंबी थी कि पूरे परिक्रमा मार्ग पर चुनरी ही चुनरी नजर आई। समिति के जयकिशन चंदेल ने बताया कि प्रतिवर्ष चुनरी की लंबाई बढ़ती ही जा रही है लोग श्रद्धावश मां ताप्ती को चुनरी अर्पित करते हैं जिसमें बाहर के श्रद्धालुओं द्वारा भी चुनरियां भिजवाई जाती है।
शोभायात्रा में झांकी, अखाड़े देखने उमड़े लोग
मां ताप्ती जन्मोत्सव पर प्रतिवर्ष भव्य शोभायात्रा का आयोजन सभी के द्वारा मिलजुलकर किया जाता है। इस वर्ष दोपहर विशाल शोभायात्रा ताप्ती तट से निकाली गई। गाजे-बाजे एवं डीजे के साथ धूमधाम से निकली शोभायात्रा में देवी देवताओं की झांकी, पर्यावरण बचाने की झांकी सहित अन्य झांकिया आकर्षण का केन्द्र रही। शोभायात्रा में क्षेत्र सहित महाराष्ट्र से भी ग्रामीण भजन मंडलियों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान साहू समाज द्वारा निकाले अखाड़े में हैरत अंगेज प्रदर्शन किए गए।
मां ताप्ती जन्मोत्सव पर प्रतिवर्ष भव्य शोभायात्रा का आयोजन सभी के द्वारा मिलजुलकर किया जाता है। इस वर्ष दोपहर विशाल शोभायात्रा ताप्ती तट से निकाली गई। गाजे-बाजे एवं डीजे के साथ धूमधाम से निकली शोभायात्रा में देवी देवताओं की झांकी, पर्यावरण बचाने की झांकी सहित अन्य झांकिया आकर्षण का केन्द्र रही। शोभायात्रा में क्षेत्र सहित महाराष्ट्र से भी ग्रामीण भजन मंडलियों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान साहू समाज द्वारा निकाले अखाड़े में हैरत अंगेज प्रदर्शन किए गए।
सुबह से लेकर रात तक चलते रहे भंडारे
जन्मोत्सव पर प्रतिवर्ष भंडारे आयोजन बढ़ते ही जा रहे हैं। सोमवार सुबह से ही ताप्ती तट पर भंडारे प्रारंभ हो गए, सेवाभावी संगठनों सहित जागरूक नागरिकों द्वारा जगह-जगह भंडारे में प्रसादी का वितरण किया गया। दोपहर के बाद नगर में प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले विशाल भंडारे प्रारंभ हुए। बसस्टेंड पर टैक्सी यूनियन, कंप्यूटर संघटन, अध्यापक संघ, सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ सहित सेवाभावी संगठनों द्वारा प्रसादी का वितरण किया गया। बसस्टेंड पर दोपहर से प्रारंभ हुआ भंडारा रात तक चलता रहा जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
जन्मोत्सव पर प्रतिवर्ष भंडारे आयोजन बढ़ते ही जा रहे हैं। सोमवार सुबह से ही ताप्ती तट पर भंडारे प्रारंभ हो गए, सेवाभावी संगठनों सहित जागरूक नागरिकों द्वारा जगह-जगह भंडारे में प्रसादी का वितरण किया गया। दोपहर के बाद नगर में प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले विशाल भंडारे प्रारंभ हुए। बसस्टेंड पर टैक्सी यूनियन, कंप्यूटर संघटन, अध्यापक संघ, सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ सहित सेवाभावी संगठनों द्वारा प्रसादी का वितरण किया गया। बसस्टेंड पर दोपहर से प्रारंभ हुआ भंडारा रात तक चलता रहा जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
देवी जागरण में झूमे ताप्ती भक्त
बसस्टेंड पर दोपहर भव्य देवी जागरण का आयोजन किया गया जिसमें जबलपुर, भोपाल सहित महानगरों के प्रख्यात भजन गायक-गायिकाओं ने एक से एक देवी भजनों की प्रस्तुति दी। इस दौरान कलाकारों द्वारा मां ताप्ती के भजन सुनाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। कलाकारों द्वारा दोपहर से रात तक लगातार भजनों की प्रस्तुति दी गई जिसे सुनने बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। इस दौरान भजनों पर युवा वर्ग द्वारा जमकर नृत्य भी किया गया।
बसस्टेंड पर दोपहर भव्य देवी जागरण का आयोजन किया गया जिसमें जबलपुर, भोपाल सहित महानगरों के प्रख्यात भजन गायक-गायिकाओं ने एक से एक देवी भजनों की प्रस्तुति दी। इस दौरान कलाकारों द्वारा मां ताप्ती के भजन सुनाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। कलाकारों द्वारा दोपहर से रात तक लगातार भजनों की प्रस्तुति दी गई जिसे सुनने बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। इस दौरान भजनों पर युवा वर्ग द्वारा जमकर नृत्य भी किया गया।