एक महीने से बंद पड़ी मासोद में नलजल योजना, गहराया जलसंकट
बेतुलPublished: Mar 28, 2019 10:43:02 pm
हैंडपंप भी बंद पड़े, कुओं पर जाकर पानी भरना पड़ रहा
Naljal,scheme,Mahod,closed
मुलताई. प्रभात पट्टन ब्लाक के ग्राम मासोद में इन दिनों भारी पेयजल संकट बना हुआ है। गांव की नलजल योजना एक महीने से बंद पड़ी है। वहीं हैंडपंप भी बंद पड़े है। हालात यह है कि लोगों को कुओं पर जाकर पानी भरना पड़ रहा है। अधिकांश कुएं एवं बोर सूख चुके हैं, ऐसे में ग्रामीणों को खेतों में स्थित कुओं पर जाकर पानी लाना पड़ रहा था, जल-समस्या से निपटने के लिए दिसंबर में जो बोर करवाया था, उसमें भी अब पानी खत्म हो गया है। ग्राम मासोद में गर्मी आते ही जल संकट गहरा गया है जिसका कारण ग्रामीण नल-जल योजना का बंद होना बता रहे हैं। बताया जा रहा है कि जलस्तर के लगातार गिरने से टयूबवेल में पानी नहीं आ रहा है। वहीं गांव के अन्य जलस्त्रोतों का भी जलस्तर कम हो गया है। जलस्त्रोतों का लगातार जलस्तर घट रहा है। जिससे ग्रामीणों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। यदि समय रहते इसके लिए ठोस कदम नहीं उठाए जाते हैं तो आगे समस्या सभी ओर विकराल हो सकती है।
पानी खरीदना ही एकमात्र विकल्प- नगर में जल संकट से निपटने के लिए नगर पालिका द्वारा हर साल पानी खरीदा जा रहा है, इस साल भी गर्मी में जल संकट से निपटने के लिए पानी खरीदना ही एकमात्र विकल्प रहेगा, क्योंकि पानी की खरीदी के बिना जल संकट का सामना नहीं किया जा सकता है। पूरे नगर में पानी की आपूर्ति करने के लिए नगर पालिका द्वारा पिछली गर्मी में भी लगभग पचास लाख रुपए से ज्यादा का पानी खरीदा गया था। नए बोर करने के बाद भी अपेक्षित पानी नहीं मिल पाया था। जल स्तर लगातार भूतल में जाने से पानी की विकराल समस्या का सामना नगरवासियों को करना पड़ा था। इस साल भी यही स्थिति बन रही है, जिसमें लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ेगा।
मुलताई में तीन दिन के अंतराल से आ रहे नल- ग्रामीणों क्षेत्रों के साथ-साथ नगर में भी जल संकट का दौर चल रहा है। मुलताई में भी तीन दिन के अंतराल से जल प्रदाय किया जा रहा है। इस साल बारिश कम होने से जल स्त्रोतों का जल पहले ही कम बना हुआ है। कई बोर अभी से हवा फेंकने की स्थिति में है जिससे इस साल भीषण जल संकट फैलना तय माना जा रहा हैै। लोगों को टैंकर से पानी खरीदना पड़ रहा है जिससे जल संकट का अंदाजा लगाया जा सकता है।