नौ हजार की चाय पीकर अधिकारियों ने भुगतान से खड़े किए हाथ
बेतुलPublished: Aug 29, 2017 09:43:00 pm
जनपद बैतूल में नौ हजार रुपए की चाय पी ली और भुगतान की बारी आई तो खड़े किए हाथ
बैतूल। जनपद पंचायत बैतूल में पिछले एक साल के अंदर अधिकारी एवं कर्मचारियों ने नौ हजार रुपए से अधिक की चाय पी ली और भुगतान की बारी आई तो चाय विक्रेता से आदेश के संबंध में कापी मांगी जा रही है। अब चाय विक्रेता अपने भुगतान को लेकर जनपद के चक्कर लगाने सहित जनसुनवाई में आवेदन कर चुका हैं लेकिन चाय के भुगतान को लेकर कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है। ऐसे में गरीब चाय विक्रेता को अपना कामधाम छोड़कर अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
जनपद पंचायत के बाहर चाय की दुकान लगाने वाले विक्रेता खेमसिंह राजपूत ने बताया कि उसके द्वारा जनपद पंचायत बैतूल में वर्ष २०१५ एवं १६ में चाय प्रदाय की गई थी। जिसके भुगतान के लिए उसके द्वारा नौ हजार का बिल लगाया गया था लेकिन अधिकारी एवं कर्मचारियों ने बिल के भुगतान को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं। अधिकारी का कहना है कि जो चाय प्रदाय की गई थी उसका आदेश बताया जाए। चूंकि पूर्व के अधिकारियों द्वारा मौखिक आदेश पर चाय बुलवाई जाती थी इसलिए लिखित में कोई आदेश नहीं थे। अब मौखिक आदेश को न मानते हुए अधिकारी एवं कर्मचारी भुगतान करने से मना कर रहे हैं। चाय विक्रेता खेमसिंह का कहना था कि पूर्व में अधिकारी द्वारा अपने स्तर पर भुगतान करने का आश्वासन दिया जाता रहा, लेकिन अब सभी इंकार कर रहे हैं। इस स्थिति के चलते खेमसिंह ने मामले की शिकायत जनसुनवाई में दो बार कर चुके हैं लेकिन उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो सका है। उनका कहना है कि दो वक्त की रोजी-रोटी के लिए वे चाय बेचकर अपना गुजारा करते हैं लेकिन इसमें भी सरकारी अधिकारी बगैर लिए-दिए भुगतान करने में आनाकानी करते हैं। अब ऐसे में गरीब आदमी कैसे अपना गुजारा करेगा।खेमसिंह ने बताया कि उसके द्वारा आधा दर्जन बार शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है लेकिन प्रशासन द्वारा आज तक भुगतान को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसके तीन साल पूर्व भी १७ हजार रुपए का भुगतान नहीं किया गया था और अब नौ हजार के भुगतान के लिए बार-बार चक्कर लगवाए जा रहे हैं।