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पढ़े, विभागीय जमानत पर कर्मचारियों ने ले लिया लाखों का ऋण नहीं भरा तो विभाग प्रमुखों को भेजा नोटिस

locationबेतुलPublished: Jul 12, 2019 09:16:32 pm

Submitted by:

Devendra Karande

सरकारी विभागों में कार्यरत शासकीय कर्मचारियों द्वारा विभागीय जमानत पर नागरिक सहकारी बैैंक से लाखों रुपए का त्र्ऋण लेकर गोलमाल किए जाने का मामला सामने आया है। शासकीय कर्मचारियों द्वारा समय पर ऋण की अदायगी नहीं किए जाने पर बैंक ने विभागीय जमानत के आधार पर विभाग प्रमुखों को नोटिस जारी किए हैं

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बैतूल। सरकारी विभागों में कार्यरत शासकीय कर्मचारियों द्वारा विभागीय जमानत पर नागरिक सहकारी बैैंक से लाखों रुपए का त्र्ऋण लेकर गोलमाल किए जाने का मामला सामने आया है। शासकीय कर्मचारियों द्वारा समय पर ऋण की अदायगी नहीं किए जाने पर बैंक ने विभागीय जमानत के आधार पर विभाग प्रमुखों को नोटिस जारी किए हैं ताकि वसूली की कार्रवाई की जा सके। बताया गया कि २१ शासकीय विभागों के ८० कर्मचारियों द्वारा ४९ लाख रुपए का ऋण लिया गया था लेकिन आज तक इसे वापस नहीं लौटाया गया है। ऋण लेने वाले ज्यादातर कर्मचारी या तो स्थानांतरण होकर बाहर चले गए हैं या फिर रिटायर्ड हो चुके हैं।
आरबीआई ने जारी किए वसूली के निर्देश
भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देश पर ऋण वसूली को लेकर नागरिक बैंक द्वारा विभाग प्रमुखों को नोटिस जारी किए गए हैं। बताया गया कि २१ शासकीय विभागों के ८० कर्मचारियों द्वारा ४९.२९ लाख रुपए का ऋण लिया गया था। यह ऋण कर्मचारियों द्वारा अलग-अलग समय अवधि में लिया गया है, लेकिन ऋण की राशि आज तक लौटाई नहीं गई। बैंक से ऋण लेने वाले सर्वाधिक कर्मचारी नगरपालिका के ३२ हैं जिन्होंने २१.१० लाख रुपए का ऋण लिया है। इसके अलावा उप आयुक्त सहकारिता विभाग के ८ कर्मचारी हैं जिन्होंने ४.३३ लाख रुपए का ऋण लिया था। ऋण लेने वाले ज्यादातर कर्मचारी चतुर्थ एवं तृतीय श्रेणी के कर्मचारी बताए जाते हैं।
कर्मचारियों के लापता होने पर विभाग प्रमुखों को नोटिस
कर्मचारियों के लापता होने पर नागरिक बैंक द्वारा विभाग प्रमुखों को नोटिस जारी किए गए हैं। बताया गया कि म.प्र सहकारी सोसायटी अधिनियम १९६० की धारा ४२ के अंतर्गत विभागीय जमानत पर शासकीय कर्मचारियों को ऋण प्रदान किया गया था लेकिन अब कर्मचारियों के ऋण खाते कालायतीत होकर एनपीए हो गए हैं। ऐसी स्थिति में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा एनपीए ऋण की त्वरित वसूली के लिए बैंक को निर्देशित किया है। बताया गया कि ऋण लेने वाले ज्यादातर कर्मचारी या तो स्थानांतरण होकर बाहर चले गए हैं या फिर रिटायर्ड हो चुके हैं। ऐसे में वसूली के लिए बैंक ने विभागीय जमानत के आधार पर संबंधित विभाग प्रमुखों को नोटिस जारी किए हैं।
इनका कहना
– विभागीय जमानत के आधार पर कर्मचारियों को ऋण दिया गया था। कर्मचारियों द्वारा अब ऋण वापस नहीं किया जा रहा है। जिससे विभाग प्रमुखों को ऋण वसूली के लिए नोटिस जारी किया है।
– नवनीत श्रीवास, प्रबंधक नागरिक सहकारी बैंक बैतूल।
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