नर्सिंग छात्रा की सिकलसेल से मौत
बेतुलPublished: Jun 15, 2019 09:07:19 pm
पाढर नर्सिँग कॉलेज की एक छात्रा की शनिवार सिकलसेल से मौत हो गई। दो दिन पहले ही छात्रा का स्वास्थ्य खराब होने से उसे पाढर के ही अस्पताल में भर्ती किया था। नागपुर में इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई।
बैतूल। पाढर नर्सिँग कॉलेज की एक छात्रा की शनिवार सिकलसेल से मौत हो गई। दो दिन पहले ही छात्रा का स्वास्थ्य खराब होने से उसे पाढर के ही अस्पताल में भर्ती किया था। नागपुर में इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई। वहीं सूत्रों के मुताबिक छात्रा की मौत के मामले में नर्सिंग सेंटर प्रबंधन की लापरवाही सामने आ रही है। सेंटर में भी पानी की कमी होने की बात भी सामने आई है।
पाढर नर्सिंग सेंटर द्वितीय वर्ष की छात्रा मीना उइके निवासी सारणी की शनिवार सुबह नागपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मीना का स्वास्थ्य १२ जून की रात में खराब हुआ था। फीवर की शिकायत होने के बाद छात्रा को पाढर अस्पताल में ही भर्ती किया था। छात्रा का मलेरिया और टाइफाइड की जांच की गई। जांच में निगेटिव और यूरिन में जनरल इन्फेक्शन पाया गया था। १३ और १४ जून को छात्रा के स्वास्थ्य में सुधार रहा,इसके बाद फिर छात्रा को उल्टी दस्त शुरू हो गई। बीपी कम होने और प्लेटलेट कम होने से छात्रा को इलाज के लिए नागपुर ले जाया गया। नागपुर मेंं इलाज के दौरान छात्रा की शनिवार सुबह मौत हो गई। नर्सिंग सेंटर प्रबंधन का कहना है कि छात्रा की मौत सिकलसेल टे्रट की वजह से हुई है। जिसमें जांच में रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई है। उसके पिता की मौत भी सिकलसेल की वजह से हुई थी। वही सूत्रों के मुताबिक छात्रा के बीमार होने पर प्रबंधन द्वारा इलाज में लापरवाही की गई। छात्रावास में पानी की कमी से यूरिन इन्फेक्शन,उल्टी-दस्त से मौत होन की बात सामने आ रही है।
इनका कहना
छात्रा के इलाज में कोई लापरवाही नहीं की गई है। छात्रावास में पानी की कमी भी नहीं है। छात्रा की मौत सिकलसेल टे्रट की वजह से हुई है। जांच में यह पॉजिटीव आया है।
डॉ विकास सोनवानी, प्रशासनिक अधिकारी पाढर अस्पताल एवं नर्सिंग सेंटर बैतूल।