चम्मच से गाड़ी में पेट्रोल डालकर जता रहे महंगाई का विरोध
बेतुलPublished: Sep 09, 2018 08:53:25 pm
पेट्रोल-डीजल के दामों में महंगाई को लेकर दस सितंबर को बंद का आह्वान किया गया है।वाहन चालकों के वाहनों में एक-एक चम्मच पेट्रोल डालकर सरकार की नीतियों का विरोध किया।
Youth Congressis performed
बैतूल। पेट्रोल-डीजल के दामों में महंगाई को लेकर दस सितंबर को बंद का आह्वान किया गया है। बंद के एक दिन पहले रविवार को यूथ कांग्रेसियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुई वृद्धि का अनोखे अंदाज में विरोध कर प्रदर्शन किया। रास्ते से गुजर रहे वाहन चालकों के वाहनों में एक-एक चम्मच पेट्रोल डालकर सरकार की नीतियों का विरोध किया। इस दौरान आक्रोशित युवा कांग्रेसियों ने पेट्रोल पंप चौक पर पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान राह से गुजर रहे वाहन चालकों से युवा कांगे्रसियों ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर उनकी राय जानी तो सभी ने बढ़ती कीमतों पर नाराजगी व्यक्त की।विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे जिला कार्यकारी अध्यक्ष सरफराज खान ने कहा कि जिस तरह से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, उसे देखकर लगता है कि आने वाले दिनों में हम लोगो को अपनी गाडिय़ों को रस्सी से बांधकर खींचना होगा। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने पर यही बीजेपी के लोग विरोध करते हुए कहते थे कि बीजेपी की सरकार बनने पर पेट्रोल और डीजल के दाम आधे कर देंगे, लेकिन आज हालत यह है कि पेट्रोल और डीजल के दाम लगातर बढ़ते जा रहे हैं और सरकार चुप्पी साधे बैठी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का जो दावा और वादा था वो सिर्फ देश में सरकार बनाने के लिए था। ये सरकार गरीबों का खून चूसने का काम कर रही है। श्री खान ने कहा कि युवा कांग्रेस पूरे जिले में बढ़ते भाव के खिलाफ विरोध करेगी। युवा कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी दी है कि अपनी नियत और नीति में थोड़ा परिवर्तन यह सरकार लेकर आए, ताकि आम आदमी के साथ अत्याचार ना हो, हर तरफ महंगाई की मार है। पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि से परिवहन महंगा हो गया है। जिससे खाद्य पदार्थों से लेकर हर प्रकार की वास्तुओ के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। इसका सीधा असर आमजनता को पड़ रहा है, जिसका युवा कांग्रेस पुरजोर विरोध करती है। विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रतीक देशमुख, अनिकेत गुदवारे, मयंक मालवी, आकाश पवार, सिद्धार्थ सोनारे, अंकित नाड़ेकर, कृष्णकांत साल्वे, फजल खान, आदित्य ठाकरे, श्रीकांत चतुर्वेदी, सुमित अहिरवार, अन्नू ठाकुर, राजा खान, शाहिद खान सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।