scriptसीआरएफ में फंड खत्म, नहीं तो रुक जाएग १२९ करोड़ से बन रही टू-लेन सडक़ का काम | Otherwise, the work of two-lane road to be built up to 129 crore | Patrika News

सीआरएफ में फंड खत्म, नहीं तो रुक जाएग १२९ करोड़ से बन रही टू-लेन सडक़ का काम

locationबेतुलPublished: Feb 16, 2019 10:27:07 pm

Submitted by:

rakesh malviya

– ढाई महीने से भुगतान नहीं होने से ठेकेदार ने सडक़ निर्माण का काम धीमा किया।- शहर के अंदर अभी भी दो किमी सडक़ निर्माण होना बाकी, निर्माण कार्य के चलते रोजाना परेशान हो रहे लोग।- विभाग ने ठेकेदार को मार्च के प्रथम सप्ताह में काम पूर्ण करने के दिए निर्देश।

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सीआरएफ में फंड खत्म, नहीं तो रुक जाएग १२९ करोड़ से बन रही टू-लेन सडक़ का काम

बैतूल. १२९ करोड़ की लागत से बनाए जा रहे टू-लेन सडक़ निर्माण में एक बार फिर बजट का संकट खड़ा हो गया है। सीआरएफ फंड (केंद्रीय सडक़ निधि) में ढ़ाई महीने से पैसा नहीं होने के कारण सडक़ का काम भी धीमा पड़ गया है। हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना है कि मार्च के प्रथम सप्ताह तक सडक़ निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा लेकिन जो स्थिति है उसमें लंबे समय से भुगतान न होने पर ठेकेदार ने सडक़ निर्माण का काम धीमा कर दिया है। निर्माण अधूरा होने से वाहन चालकों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दो किमी लेन का निर्माण होना अभी बाकी बताया जा रहा है। सीआरएफ फंड के अलावा मजबूतीकरण, नवीनीकरण एवं योजनाओं में भी बजट नहीं होना बताया जा रहा है। इस वजह से अन्य निर्माण कार्यों पर भी ब्रेक लगने की नौबत आ गई है।
मार्च तक सडक़ निर्माण पूरा करने की मौहलत
टू-लेन सडक़ निर्माण कर रही गुजरात की कंपनी को समय-सीमा में काम पूरा नहीं करने पर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा छह महीने का अतिरिक्त एक्सटेंशन दिया गया था, लेकिन निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है। अब मार्च के प्रथम सप्ताह में काम खत्म करने के निर्देश दिए गए है, पर शहर में दो किमी सडक़ का निर्माण होना अभी बाकी बताया जा रहा है। सडक़ निर्माण धीमी गति से चलने के कारण वाहन चालकों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कालापाठा मार्ग पर निर्माण धीमी गति से होने के कारण वाहन चालकों को रोजाना जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। वहीं सडक़ के दोनों तरफ रहने वाले लोग भी निर्माण कार्य के चलते खासे परेशान है, क्योंकि उन्हें दिन रात डस्ट एवं धूल का सामना करना पड़ रहा है।वहीं काम पूरा करने की जल्दबाजी के चक्कर में बगैर पोल हटाए ही सडक़ का निर्माण भी कर दिया जा रहा है।
विभाग का कहना योजनाओं में बजट नहीं
पीडब्ल्यूडी विभाग माने तो टू-लेन निर्माण की धीमी रफ्तार की वजह बजट नहीं होना है। चूंकि शहर का मामला है इसलिए ठेकेदार से किमी तरह काम कराया जा रहा हैं लेकिन कब काम बंद हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। हालांकि जो निर्माण कार्य चल रहा है उसकी गति इतनी धीमी है कि इस मार्ग से रोजाना गुजरने वाले लोगों को अब यह मुसीबत लगने लगा है। विभाग के अधिकारियों का कहना था कि सीआरएफ फंड में विगत ढाई माह से बजट नहीं है। इस वजह से किसी भी सडक़ निर्माण कार्य का भुगतान नहीं किया गया है। बताया गया कि बोरगांव-मालेगांव सडक़ का निर्माण कार्य बजट के अभाव में बीच में ही बंद हो गया है। बजट को लेकर यही स्थिति बनी रहती है तो टू-लेन सडक़ का निर्माण कभी भी रूक सकता है।
अन्य योजनाओं में भी बजट नहीं
सीआरएफ फंड के अलावा मजबूतीकरण, नवीनीकरण एवं योजनाओं में बजट नहीं होने के कारण निर्माणाधीन कार्यों पर ब्रेक लगने की नौबत आ गई है। वहीं टेंडर लगने के बाद भी कई निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सके हैं। स्थिति यह है कि पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को जनवरी माह के वेतन का भुगतान भी अभी तक नहीं हो सका है। विभाग द्वारा बजट के लिए शासन से पत्राचार भी किया गया है लेकिन बजट नहीं होने की बात कहीं जा रही है। अगले वित्तीय वर्ष में नया बजट कब तक मिलेगा यह कहना भी मुश्किल है, क्योंकि आगामी महीनों में लोकसभा चुनाव होने वाला है।
इनका कहना
– सीआरएफ फंड में पैसा नहीं है। बजट के लिए दो बार शासन को पत्राचार किया जा चुका हैं, लेकिन अभी तक बजट नहीं मिला है। अन्य योजनाओं में भी बजट नहीं होने से काम शुरू नहीं हो सके। टू-लेन सडक़ निर्माण का काम चालू है कोशिश है कि मार्च के प्रथम सप्ताह में सडक़ निर्माण पूरा कर लिया जाए।
– केएस तोमर, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी विभाग बैतूल।
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