पुलिस की पूछताछ में आयोपियों ने बताया कि पहले शहर के सभी एटीएम की जांच की जाती है। आरोपियों ने बताया कि जिस एटीएम पर सुरक्षा गार्ड नहीं होता था ऐसे एटीएम की लिस्ट बना लेते थे इसके बाद घटना को अंजाम देने के पूर्व में एटीएम की रैकी करते थे। एटीएम में राशि जमा होने पर साथियों के साथ में लूट की घटना को अंजाम देते थे। हरियाणा के मेवात गिरोह से जुडा होने की बात कही है। बताया गया है कि २०१४ में मेवात गिरोह के साथ में बहादुरपुर थाना में पटना कांड में जेल में जा चुका है। मोहम्मद आलम पर कई राज्यों में इनाम भी घोषित है।
मेवात गिरोह के साथ मिलकर पशु तस्करी करता था। बताया गया कि गिरोह को जिस एटीएम पर गार्ड नहीं दिखाई देता था। उस एटीएम में चोरी की घटना को अंजाम देते थे। गैंग कटर बड़े ट्रक में या इनोवा कार में सीटों के नीचे छिपाकर ले जाते थे। इसके गिरोह में एटीएम कटिंग एक्सपर्ट भी है। एटीएम से चोरी रकम से अन्य राज्योंंंंं में जमीन एवं वाहन की खरीद की है। मकान निर्माण कराते थे। लूट का माल दो तीन दिन से ज्यादा अपने पास नहीं रखते है। पुलिस आरोपियों के खाते खंगाल रही है। गिरफ्तार आरोपी को पटना के जक्कनपुर, कदमकुआं, आलमगंज, सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के चार एटीएम काटकर २८ लाख रुपए चुराने के मामले में गिरफ्तार किया है।