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15 साल पहले मर चुके पिता को ठहराया दोषी
दरअसल कोरोना कर्फ्यू के दौरान शादी समारोह पर प्रतिबंध लगा हुआ है लेकिन बैतूल के शाहपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले डाबरी गांव में 12 मई को एक शादी समारोह का आयोजन किया गया था। जिसकी शिकायत मिलने पर गांव के पटवारी ने ऐसा कारनामा किया जो अब प्रशासन की किरकिरी करा रहा है। दरअसल पटवारी राकेश कटोतिया ने बिना जांच किए ही कोविड नियमों का उल्लंघन करते हुए शादी समारोह आयोजित करने के लिए दुल्हन के पिता रामविलास के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए पंचनामा कार्रवाई कर प्रतिवेदन शाहपुर पुलिस को भेज दिया। जिसमें शादी समारोह का आयोजन करने के लिए दुल्हन के पिता रामविलास को दोषी ठहराया गया है।
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पुलिस ने जांच की तो सामने आया सच
पटवारी के पंचनामा बनाकर प्रतिवेदन भेजे जाने के बाद तहसीलदार ने बीजादेही थाना प्रभारी को आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए पत्र लिख दिया। लेकिन जब पुलिस ने मामले की विवेचना की तो पता चला कि जिसके खिलाफ प्रशासन आपराधिक प्रकरण दर्ज कराना चाह रहा है वह तो दरअसल करीब 15 साल पहले 23 जून 2006 को ही मर चुका है और उसकी बेटी की शादी 12 मई 2021 को हुई है। ऐसे में पुलिस ने तहसीलदार को पत्र लिखकर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा। जिसके बाद अब तहसीलदार ने पटवारी से जवाब मांगा है कि आखिर शादी किसके द्वारा कराई जा रही थी। वहीं अब इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन की जमकर किरकिरी भी हो रही है।
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