बाढ़ में बही ताप्ती की पाइप लाइन, हाइवे पर दस घंटे जाम, निचली बस्तियों मेंं भरा पानी चौतरफा टूटा
बेतुलPublished: Aug 24, 2019 09:35:57 pm
जिले भर में शुक्रवार देर रात से तेज बारिश हो रही है,जिसकी वजह से नदी नाले उफान पर है। कई मुख्य मार्गों का शहर से संपर्क कट गया गया है। हाइवे पर सूखी नदी में बाढ़ होने से लगभग दस मार्ग बंद रहा। इधर शहर में रामनगर की निचली बस्तियों मेंं पानी भरा गया है।
The route remained closed due to floods in Karbala.
बैतूल। जिले भर में शुक्रवार देर रात से तेज बारिश हो रही है,जिसकी वजह से नदी नाले उफान पर है। कई मुख्य मार्गों का शहर से संपर्क कट गया गया है। हाइवे पर सूखी नदी में बाढ़ होने से लगभग दस मार्ग बंद रहा। इधर शहर में रामनगर की निचली बस्तियों मेंं पानी भरा गया है। अधिकारियों ने पांच मकानों को खाली कराया है। शहर में ही माचना नदी उफान पर होने से करबला मार्ग घंटों बंद रहा। माचना की बाढ़ में ही ताप्ती बैराज से बैतूल में पानी के लिए डाली पानी की पाइप लाइन भी पहली ही बाढ़ में बह गई है। लगातार बारिश की वजह से जिले के अधिकांश डैम भरा गए हैं। इधर रेलवे द्वारा भी एहतियात के तौर सोनाघाटी में वाच मैन तैनात किए गए हैं। लगातार बारिश को देखते हुए प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है। शनिवार को भी दिन भर तेज बारिश होते रही। शाम के समय बारिश थम गई थी,लेकिन बादल छाए रहने से बारिश की संभावना व्यक्त की जा रही थी।
बैतूल से परतवाड़ा मार्ग बंद
शहर के पास ही माचना नदी में बाढ़ होने से दोपहर में करबला पुल पर पानी आ गया। पुल पर बाढ़ होने से मार्ग बंद हो गया। शाम तक मार्ग बंद रहा। जिससे बैतूल से परतवाड़ा मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद हो गया। ग्राम खेड़ीसांवलीगढ़ के पास के नाले में बाढ़, रातामाटी, सोमवारीपेठ के पुल-पुलियाओं एवं मार्गों पर पानी होने से मार्ग बंंद रहा। ग्राम सोहागपुर में सांपना डेम का पानी रपटे पर होने से मार्ग बंद हो गया है। वहीं शहर में गंज अंडर ब्रिज में भी पानी भराए जाने से यह मार्ग भी बंद हो गया। भीमपुर से नांदा मार्ग की पुलिया जलमग्न होने से मार्ग बंद हो गया था।
रामनगर के पांच मकानों में बहा पानी
माचना नदी में बाढ़ का पानी रामनगर की निचली बस्तियों में शाम के समय भरा गया। जिसकी वजह से नदी किनारे पांच मकानों को खाली करा दिया गया था। रामगनर में एसडीएम,सीएमओ और नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारी निचले बस्तियों पहुंच गए थे। जिन क्षेत्रों में पानी भराए जाने की संभावना थी, उन्हें खाली करने के निर्देश दे दिए थे। निचली बस्तियों में एनाउंसमेंट कराया जा रहा है। लोगों के लिए की गई ठहरने की व्यवस्था में इंतजाम करा दिए गए हैं।
सूखी नदी पर दस घंटे लगा रहा जाम
भौंरा। बारिश की वजह से भोपाल से नागपुर नेशनल हाइवे पर सूखी नदी में बाढ़ होने से रात तीन बजे से जाम रहा। दोपहर में एक बजे से दोपहर दो बजे एक घंटे तक मार्ग खुला। फिर दोपहर तीन बजे से सूखी नदी में बाढ़ होने से दोबारा मार्ग बंद हो गया। इधर हाइवे पर ही भौंरा नदी और धार नदी में बाढ़ से मार्ग बंद रहा। इन नदियों में बाढ़ का पानी कम होने से बीच कुछ देर के लिए मार्ग शुरू भी हुआ। दोनों ही जगहों पर शाम पांच बजे के लगभग आवागमन शुरू हो गया था। मार्ग बंद होने से दोनों ओर वाहनों की लगभग दो किमी दूर लाइन लग गई था। भौंरा से चोपना, भौंरा से ढोढरामऊ मार्ग भी बंद रहा।
आमला क्षेत्र में कई मार्ग हुए बंद
आमला। चंद्रभागा नदी में बाढ़ होने आमला से बोरदेही मार्ग सुबह से ही बंद हो गया है। जिससे ६८ ग्राम पंचायतों का संपर्क टूट गया है। बेल नदी में बाढ़ होने से सोनतलई से जंबाड़ा मार्ग, जंबाड़ा नदी में बाढ़ होने से जंबाड़ा से आमला मार्ग, कुड़मुड़ नदी में बाढ़ होने से तोरनवाड़ा से रतेड़ा मार्ग बंद है। देवठान नदी मेंं बाढ़ होने से नांदपुर से ससुन्द्रा मार्ग बंद है। सभी मार्ग सुबह से ही बंद है,जो कि शाम तक नहीं खुल सके थे। जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया हैं।
बैतूल से इंदौर हाइवे हुआ बंद
चिचोली। लगातार हो रही बारिश से बैतूल से इंदौर स्टेट हाइवे दोपहर से बंद हो गया है। गवासेन के पास पुलिया में बाढ़ होने से मार्ग बंद रहा। मार्ग बंद होने से सैकड़ों वाहन फंसे रहे। इधर माचना नदी में कटकुही के पास बाढ़ होने चिचोली पाढर मार्ग दोपहर में बंद हो गया है। कोंढर के पास मोंरड नदी में बाढ़ होने से चूढिय़ा से हरदू मार्ग सुबह से ही बंद रहा। मार्ग बंद होने से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रही। लोग परेशान हुए।
इनका कहना
जिले में लगातार बारिश को देखते हुए अधिकारियों को रात के दौरान भी सजग रहने के निर्देश दिए हैं। रात्रि के दौरान भी निचली बसाहटों में सतत् निगरानी रखी जा रही है। ऐसी बसाहटों में यदि बाढ़ अथवा बरसात का पानी घुसने की संभावना बनती है तो तत्काल यहां के वाशिंदों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। जलमग्र पुल-पुलियाओं पर कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
तेजस्वी एस नायक, कलेक्टर बैतूल।