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पहले जहां गंदगी और कचरे का ढेर था वहां अब है सुंदर बगीचा

locationबेतुलPublished: Jan 22, 2020 10:50:26 pm

Submitted by:

yashwant janoriya

न्यायधीश ने कचराखंती में देखा स्वच्छता का हाल

न्यायधीश ने कचराखंती में देखा स्वच्छता का हाल

न्यायधीश ने कचराखंती में देखा स्वच्छता का हाल

मुलताई. न्यायाधीश कृष्णदास महार बुधवार को नगर पालिका के कचरा प्रबंधन के कार्य को देखने के लिए मासोद रोड पर स्थित नपा की कचरा खंती पहुंचे। जहां वे कचराखंती में कचरे की जगह सुंदर पार्क देखकर अचंभित हो गए, उन्होंने नगर पालिका के कचरा प्रबंधन की सराहना भी की। नगर के मासोद रोड पर स्थित नपा की कचराखंती अभी तक गंदगी, बदबू और कचरे के लिए जानी जाती थी, लेकिन अब इस कचराखंती को सुदंर बगीचे के लिए एक नई पहचान मिल रही है। बुधवार को एडीजे कृष्णदास महार सीएमओ के साथ कचरा खंती में कचरा प्रबंधन देखने पहुंचे, लेकिन उन्हें वहां कचरे की जगह फूल खिले मिले। सीएमओ शर्मा ने उन्हें बताया कि स्वच्छता अभियान के तहत कचराखंती के मुख्य प्रवेश क्षेत्र की सफाई करवाई गई है, पहले कचरा रोड पर उड़ता था, कचरा सड़क से लगभग 100 फीट दूर फेंका जा रहा है, वही खंती के मुख्य प्रवेश मार्ग पर ही पौधारोपण किया गया है, वहीं उस परिक्षेत्र को सुंदर बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां और सफाई करवाकर इसे और व्यवस्थित बनाया जा रहा है, बाऊंड्रीवाल पहले ही बनवाई जा चुकी है, अब यहां सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है।

तीन प्रदेश के लोग मां ताप्ती दर्शन यात्रा के साथ पहुंचे खंडवा जिला
मुलताई. मां ताप्ती के उद्गम स्थल मुलताई से प्रारंभ हुई ताप्ती दर्शन पदयात्रा में तीन प्रदेशों के लोग शामिल है। यात्रा बुधवार को खंडवा जिले में पहुंची, जहां पदयात्रियों का स्वागत हुआ। इस दौरान यात्रियों ने मां ताप्ती के सुरम्य किनारे देखे और मां ताप्ती का प्रचार-प्रसार भी किया। मां ताप्ती दर्शन पदयात्रा आठवें दिन बुधवार को बैतूल जिले की सीमा रेहटिया से निकलकर खंडवा जिले के गोलाईमाल से होकर रात्रि विश्राम स्थल धामा ग्राम पहुंची। राजू पाटनकर ने बताया कि पदयात्रा आठवें दिन सुबह 8 बजे नदी के बीच प्रवाह में स्थित प्राकृतिक किला मंदिर को निहारते हुए दोपहर जिले के अंतिम ग्राम रेहटिया पहुंची। जहां खंडवा निवासी विक्की सरदार के पिताजी सरदार विरेंद्र सिंघ द्वारा प्रारम्भ की थी। पदयात्रा गुलाईमाल के रास्ते खंडवा जिले में प्रवेश कर शाम को धामा पहुंची। जितेंद्र कपूर ने बताया कि ताप्ती तीन प्रदेशो से प्रवाहित होती है, इस बार तीनों प्रदेश के लोग पदयात्री बनकर धर्म ध्वजा लहरा रहे है। सेवादार सुखनंदन साहू ने बताया कि सूरत गुजरात से मलय भाई अहीर सहित 3 लोग और जलगांव जिले से भगवान बाविस्कार, दिगम्बर पांचाल सहित 5 लोग पदयात्रा में शामिल हैं। मोरेश्वर अडलक ने बताया कि मलय भाई मोहटा से शामिल हुए।

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