पहले रिटायर्ड हुए कर्मियों को नहीं मिली भविष्य निधि, बाद वाले को कर दिया भुगतान
बेतुलPublished: Jan 18, 2020 09:55:43 pm
असमंजस में श्रमिक नेता व सेवानिवृत्त कोल कर्मी
असमंजस में श्रमिक नेता व सेवानिवृत्त कोल कर्मी
सारनी. वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड पाथाखेड़ा क्षेत्र से सेवानिवृत्त सैकड़ों कोल कर्मियों को भविष्य निधि (प्रॉविडेंट फंड) निर्धारित समय अंतराल में भुगतान नहीं हुआ। जिससे सेवानिवृत्त कर्मियों में असमंजस की स्थिति निर्मित है।वहीं यूनियन प्रतिनिधि भी असमंजस में हैं कि आखिर भुगतान में देरी क्यों हो रही है। क्षेत्रीय प्रबंधन द्वारा बीते छह माह से श्रमिक नेताओं सर्वर खराब होने की समस्या बताई जा रही है जबकि दलालों के जरिए भविष्य निधि भुगतान कराने पर आसानी से हो जा रहा है। इसको लेकर भारतीय मजदूर संघ द्वारा सीएमपीएफ आयुक्त और क्षेत्रीय महाप्रबंधक को पत्र भी लिखा है। जिसमें पूछा गया है कि ऐसा कैसे हो सकता है कि पहले सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को भुगतान नहीं हुआ और बाद वाले को आसानी से भविष्य निधि प्राप्त हो गई।पाथाखेड़ा क्षेत्र में कार्यरत श्रमिक संगठनों के नेताओं ने सीएमपीएफ कार्यालय के बाबूओं से दलालों के जरिए काम कराए जाने का भी आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि पाथाखेड़ा क्षेत्र में ऐसे लगभग 400 कोल कर्मी है जिन्हें सेवानिवृत्त होने पर भविष्य निधि का भुगतान नहीं हुआ है।
छतरपुर-1 खदान से सेवानिवृत्त हुए मोहन साहू बताते हैं कि जनवरी माह के दूसरे सप्ताह तक मुझे भविष्य निधि नहीं मिली। इसी तरह कॉमन शाखा से सेवानिवृत्त सिद्धेश्वर सिंह समेत ऐसे कई कोल कर्मी है। जिन्हें सेवानिवृत्त होने के छह माह बाद भी सीएमपीएफ का भुगतान नहीं हुआ है। सेवानिवृत्त कर्मियों का कहना है कि प्रबंधन की लापरवाही से हम परेशान हो रहे हैं। समय रहते ब्याज समेत भुगतान नहीं करने पर मामले को न्यायालय तक ले जाएंगे। कर्मियों का आक्रोशित होना इसलिए भी जायज है, क्योंकि पहले सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को भुगतान नहीं हुआ और बाद वाले को भुगतान हो गया।
छह-छह माह बाद भी नहीं हो रहा है भुगतान
पहले सेवानिवृत्त होने पर तत्काल प्रबंधन द्वारा चेक दिया जाता था लेकिन अब छह-छह माह बाद भी भुगतान नहीं हो रहा है। इसको लेकर सीएमपीएफ कार्यालय छिंदवाड़ा और महाप्रबंधक पाथाखेड़ा को पत्र लिखा है। जिसमें यह भी बताया गया है कि जो जुलाई में रिटायर हुआ है उसको भुगतान नहीं हुआ।वहीं जो नवंबर में सेवानिवृत्त हुआ है उसको भुगतान कैसे कर दिया जा रहा है। इससे सेवानिृवत्त कर्मियों में असमंस की स्थिति निर्मित हो रही है।
– विजेन्द्र सिंह, महामंत्री, बीएमएस, पाथाखेड़ा क्षेत्र