Third party did survey work in the city
बैतूल। स्वच्छ सर्वेक्षण २०२० के ओडीएफ सर्वे में बैतूल शहर को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है। यानि खुले से शौच मुक्त शहर। यह सर्वे दिल्ली से आई थर्ड पार्टी द्वारा कुछ माह पहले शहर की २८ लोकेशनों पर निरीक्षण कर किया गया था। शहर को ओडीएफ प्लस का दर्जा दिलाने के लिए नगरपालिका द्वारा काफी बदलाव किए गए थे। सामुदायिक एंव व्यक्तिगत शौचालयों में एडवांस टे्रकिंग सिस्टम भी लगाए गए थे। स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान रखा गया। जिसके चलते बैतूल को यह उपलब्धि हासिल हो सकी है।
इसलिए मिला ओडीएफ प्लस का दर्जा
बैतूल नगरपालिका द्वारा शहर में व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण समय पर पूर्ण कराया गया। साथ ही सभी पब्लिक टायलेट में सेनेटरी पेड मशीनें व पेड को नष्ट करने के लिए इंसुनेटर मशीनें लगाई गई है। इसके अलावा ओडीएफ की निर्धारित सभी शर्तों को गाइड लाइन के मुताबिक पूरा किया गया। स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए थे। बिजली,पानी, रेम्प आदि से लेकर तमाम चीजें शौचालयों में मुहैया कराई गई।
२८ लोकेशनों पर किया था सर्वे
स्वच्छता निरीक्षक संतोष धनेलिया ने बताया कि दिल्ली से आई थर्ड पार्टी ने शहर के २८ लोकेशनों पर सर्वे किया था। यह लोकेशन उन्हें दिल्ली से मोबाइल पर मिली थी। जिसके आधार पर सर्वे कार्य किया गया था। निरीक्षण के दौरान टीम आवासीय क्षेत्र, झोपड़ पट्टी क्षेत्र, व्यवसायिक क्षेत्र, पब्लिक एरिया, ट्रांसपोर्ट एरिया, जल क्षेत्र, शालाएं, सड़कों का निरीक्षण किया गया था। टीम द्वारा कुछ लोकेशनों को वेरी क्लीन, एक्सीलेंट, क्लीन आदि बताया गया है।
स्वच्छता में प्रदेश में ४१वें नंबर पर बैतूल
ओडीएफ प्लस घोषित होने के साथ ही बैतूल शहर स्वच्छता के मामले में भी तेजी से पहले पायदान की ओर बढ़ रहा है। हाल ही में प्रदेश स्तर पर स्वच्छता को लेकर किए गए कार्यों की जो रेकिंग जारी की गई है। उसमें बैतूल नगरपालिका को ४१वां स्थान मिला है। बताया गया कि बैतूल नगपालिका एवं उसकी सहयोगी संस्था ओम सांई विजन द्वारा संयुक्त रूप से स्वच्छता पर कार्य किया जा रहा है। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण से लेकर जैविक कचरे से खाद बनाने का काम भी किया जा रहा है। शहर को बेहतर रेकिंग दिलाने के लिए नपाध्यक्ष अलकेश आर्य एवं नपा सीएमओ प्रियंका सिंह द्वारा भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। नपाध्यक्ष प्रति शुक्रवार स्वचछता अभियान चल रहे हैं।