पढ़े, ताप्ती पदयात्रा का आज सूरत में होगा समापन
बेतुलPublished: Feb 16, 2020 08:34:57 pm
मुलताई के ताप्ती उद्गम से १५ जनवरी को शुरू हुई ताप्ती दर्शन पदयात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी हैं। १७ फरवरी को गुजरात प्रांत के सूरत स्थित डूमस में इस पदयात्रा का विधिवत समापन होगा। ताप्ती दर्शन पद यात्रा समिति के राजू पाटनकर ने बताया कि मुलताई से लगभग एक हजार किलोमीटर की यह यात्रा का सफर १७ फरवरी को पूरा होने जा रहा है।
Padyatra covered a distance of one thousand km
बैतूल। मुलताई के ताप्ती उद्गम से १५ जनवरी को शुरू हुई ताप्ती दर्शन पदयात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी हैं। १७ फरवरी को गुजरात प्रांत के सूरत स्थित डूमस में इस पदयात्रा का विधिवत समापन होगा। ताप्ती दर्शन पद यात्रा समिति के राजू पाटनकर ने बताया कि मुलताई से लगभग एक हजार किलोमीटर की यह यात्रा का सफर १७ फरवरी को पूरा होने जा रहा है। यात्रा के समापन अवसर पर बैतूल जिले से एक सैकड़ा भक्त भी डूमस पहुंचे रहे हैं। इनमें संगठन से जुड़े जितेंद्र कपूर, ब्रज पांडे एवं अरूण सिंह किलेदार शामिल हैं। पदयात्रा का यह १५वां वर्ष हैं और पदयात्रियों को उत्साहवर्धन करने के लिए यात्रा के रास्ते में ग्रामीणों ने हर तरह का सहयोग प्रदान किया है।
३४ दिनों में पूरी की पदयात्रा
मुलताई से निकली ताप्ती दर्शन पदयात्रा ने ३४ दिनों में अपनी एक हजार किमी की पदयात्रा लगभग पूरी कर ली है। पदयात्रा के दौरान ७८ पड़ावों को पार करते हुए यह पदयात्री १७ फरवरी को मां ताप्ती के समागम स्थल गुजरात के सूरत में समुद्र किनारे पर पहुंचेंगे। जहां इस पदयात्रा का विधिवत समापन किया जाएगा। उल्लेखनीय हो कि १५ जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव पांसे ने पूजा -अर्चना करने के बाद इस पदयात्रा का शुभारंभ किया था। यह पदयात्रा पिछले १५ सालों से प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं उन्नति की कामना के लिए निकाली जा रही है। साथ ही ताप्ती के जुड़े महत्व को भी जन-जन तक पहुंचाना इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य है।