हवाई पट्टी को खेल मैदान बताकर हासिल की मान्यता
बेतुलPublished: Jun 14, 2019 09:31:19 pm
भीमनगर क्षेत्र में संचालित गुरुनानक उच्चतर माध्यमिक प्राथमिक स्कूल में खेल मैदान नही होने के बाद भी स्कूल को कैसे मान्यता दी जा रही है, जबकि शिक्षा के अधिकार के तहत स्कूलों में खेल मैदान होना अनिवार्य है।
Not playing in the school field
आमला। नगर के भीमनगर क्षेत्र में संचालित गुरुनानक उच्चतर माध्यमिक प्राथमिक स्कूल में खेल मैदान नही होने के बाद भी स्कूल को कैसे मान्यता दी जा रही है, जबकि शिक्षा के अधिकार के तहत स्कूलों में खेल मैदान होना अनिवार्य है। अगर स्कूल में खेल मैदान नही है, तो स्कूल को मान्यता ही नही दी जाती है, लेकिन यहाँ बीईओ और बीआरसी अधिकारी द्वारा मान्यता दिए जाने के लिए बाकायदा स्कूल का निरीक्षण किया जाता है। बीईओ बीआरसी के अनुमोदन और निरीक्षण के आधार पर ही स्कूल को मान्यता दी जाती है, लेकिन अभी तक बीईओ बीआरसी की साठगांठ के चलते कई वर्षों से स्कूल संचालित किया जा रहा है। वर्षों से बिना खेल मैदान के ही स्कूल को संचालित किया जा रहा है।
हवाई पट्टी को बताया खेल मैदान
गुरुनानक उच्चतर माध्यमिक प्राथमिक स्कूल के सामने रेलवे की जमीन है।जहां हवाई पट्टी बनी हुई है। स्कूल के द्वारा मान्यता के दस्तावेजों में हवाई पट्टी की जमीन को खेल मैदान के लिए बताया जाता है, जबकि हवाई पट्टी तो रेलवे की अधीन है, ऐसे में स्कूल को बिना खेल मैदान के कैसे मान्यता दी जाती है अगर स्कूल की भूमि और मान्यता के दस्तावेजों की जांच की जाए तो मान्यता गलत साबित हो सकती है । मामले को लेकर स्कूल के प्राचार्य धनश्याम साहू का कहना है कि स्कूल का खेल मैदान हवाई पट्टी है। स्कूल के छात्र तो हवाई पट्टी पर ही खेलते है।
इनका कहना
स्कूल में खेल मैदान नहीं है तो मामले की जांच कराई जाएगी। बिना खेल मैदान के स्कूल को मान्यता नहीं दी जा सकती है। मामले की जांच करा कर जो भी दोषी होगी उनके खिलाफ में कार्रवाई की जाएगी।
एलएल सुनारिया, जिला शिक्षा अधिकारी बैतूल।