बेतुल

बेटा-बेटी और मां की सड़क दुर्घटना में मौत

बैतूल से नागपुर फोरलेन पर पांढुर्णा सिवनी के पास हुई एक ह्दय विदारक घटना में बेटा-बेटी और मां की मंगलवार सुबह कार पलटने से मौत हो गई। कार में ही सवार बच्चों व पत्नी सहित चार लोग घायल हो गए।

बेतुलApr 23, 2019 / 09:24 pm

ghanshyam rathor

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बैतूल। बैतूल से नागपुर फोरलेन पर पांढुर्णा सिवनी के पास हुई एक ह्दय विदारक घटना में बेटा-बेटी और मां की मंगलवार सुबह कार पलटने से मौत हो गई। कार में ही सवार बच्चों व पत्नी सहित चार लोग घायल हो गए। घायलों का नागुपर के अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। वहीं मृतकों के शव को घर लाया है। मां-बेटे की अंत्येष्टी माचना नगर बैतूल में की जा रही है। वही एक अन्य मृतक बहन की अंत्येष्टी बालाजीपुरम बैतूलबाजार में की जाएगी। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक माचना नगर निवासी अमित सोनी (३५)अपनी मां शंकुतला पति गंगाधर सोनी (६०), बहन चंद्रप्रभा पति अरुण सोनी बैतूलबाजार (४२), भांजी पिंकी सोनी (२०)और अपनी पत्नी पूजा सोनी (२४), दो बच्चे अर्पिता (४)और अर्पित (डेढ़ वर्ष) के साथ नागपुर में विवाह समारोह में शामिल होने गए थे। यहां से मंगलवार सुबह वापस अपने घर आ रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सुबह पौने नौ बजे के लगभग कार डिवाइडर से टकरा गई। जिसके बाद कार ने चार-पांच पलटी खाई। कार का गेट का खुलने से शंकुतला और चंद्रप्रभा सड़क पर फि का गए। अमित, उसके दो बच्चे, पत्नी पूजा और अमित की भांजी पिंकी कार में फंसे रहे। शंकुतला और चंद्रप्रभा को गंभीर चोटें आने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों की मदद से घायलों पूजा, पिंकी, अर्पित, अर्पिता और अमित को निकालकर पहले पांढुर्णा अस्पताल पहुंचाया गया है। गंभीर रुप से घायल होने पर सभी को नागपुर के अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था। अमित ने नागपुर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अमित की बेटी चार वर्षीय अर्पिता और पत्नी पूजा की हालत भी गंभीर बनी हुई है। डेढ़ वर्षीय अर्पित और पिंकी को कम चोटें आई है। अमित और उसकी मां शंकुतला के शव को उनके घर शाम को माचना नगर लाया गया है। अमित की बहन चंद्रप्रभा के शव को बैतूलबाजार पहुंचाया है। अमित सोनी गंज में रेलवे स्टेशन के पास मोबाइल की दुकान चलाता था। उसके पिता गंगाधर सोनी शिक्षक थे,जिनकी मौत पहले ही चुकी है।
अंकल मेरी मां पर कपड़ा क्यों डाल रहे हो
बालाजीपुरम निवासी कृषक बंटी वर्मा ने बताया कि वह मंगलवार सुबह अपने बेटे को नागपुर से लेकर आ रहे थे। इस दौरान देखा कि फोरलेन पर एक कार पलटी हुई थी। फोरलेन पर शव पड़े हुए थे और घायल कार में ही फंसे हुए थे। ग्रामीणों की मदद से शवों को निकाला और अपनी गाड़ी से उन्हें पांढुर्ना अस्पताल पहुंचाया। बंंटी वर्मा ने घायल पिंकी से बात की तो उसने बताया कि बालाजीपुरम के रहने वाले हैं। पिंकी की मां चंद्रप्रभा पति अरुण सोनी की मौत हो चुकी थी। पिंकी ने बंटी वर्मा से कहा कि मेरी मां के मुंह पर कपड़ा क्यों डाल रहे हो। मेरी मां को अस्पताल क्यों नहीं ले जा रहे हैं। उपस्थित लोगों ने यह सुना तो सभी की आंखों में आंसू आ गए।
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