बेतुल

कांग्रेस की सरकार आते ही होने लगा बिजली का संकट, जाने क्यों?

कोयले की कमी से कम लोड पर चलाई जा रही है विद्युत इकाइयां, संकट में प्रदेश के बिजली घर

बेतुलDec 22, 2018 / 12:16 am

rakesh malviya

कोयला बना मुसीबत, संकट में प्रदेश के बिजली घर

सारनी. मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के बिजली घर संकट के दौर से गुजर रहे हैं। प्रमुख प्लांटों में दो दिन से भी कम कोयला बचा है। सतपुड़ा पॉवर प्लांट में हालत इतनी चिंताजनक है कि ग्राउंड स्टॉक भी खत्म हो गया है। रोज लाओ रोज खाओं की स्थिति निर्मित हो गई है। कोयला संकट से जूझ रहे सतपुड़ा बिजली घर के मुख्य अभियंता वीके कैलासिया शुक्रवार को दिन भर वेकोलि मुख्यालय नागपुर में डटे रहे। वहीं बिरसिंहपुर, सिंगाजी और अमरकंटक पॉवर प्लांटों की हालत भी ठीक नहीं है। दरअसल यहां भी एक-दो दिन का ही कोल स्टॉक है। बताया जा रहा है कि सभी प्लांटों में कोयला संकट इस कदर गहरा गया है कि विद्युत इकाइयों को क्षमता से कम लोड पर चलाकर कोयले की खपत कम की जा रही है। ऐसा नहीं करते तो विद्युत इकाइयां तक बंद करनी पड़ सकती थी।
खपत के अनुरूप नहीं मिल रहा कोयला
प्रदेश के चारों बिजली घरों की क्षमता 4 हजार 740 मेगावाट है। पूरी क्षमता पर विद्युत इकाइयां चलाने की स्थिति में 78 हजार 26 मीट्रिक टन कोयले की खपत होगी। जबकि चारों प्लांटों में शुक्रवार तक 1 लाख 44 हजार 700 मीट्रिक टन कोल स्टॉक रहा। यह कोयला दो दिन विद्युत इकाइयां चलाने में भी सहायक नहीं है। कोयला संकट दूर करने जेनको द्वारा सतपुड़ा और सिंगाजी के लिए दो लाख मीट्रिक टन विदेशी कोयले का करार किया है। अब तक सतपुड़ा में तीन रैक विदेशी कोयला पहुंचा है। हालांकि इस कोयले को देसी कोयला में मिलाकर ही उपयोग में लाया जा सकेगा।
ट्यूब में लीकेज से 7 नंबर यूनिट बंद
सतपुड़ा ताप विद्युत गृह की 210 मेगावाट क्षमता की 7 नंबर इकाई गुरुवार देर रात ट्यूब में लीकेज की वजह से बंद कर दी गई। इस इकाई के बंद होते ही इतनी ही क्षमता की 9 नंबर इकाई शुक्रवार अलसुबह लाइटअप की गई। इस इकाई से दोपहर बाद विद्युत उत्पादन शुरू हुआ। सतपुड़ा की पांच इकाइयों से शुक्रवार को 826 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन लिया गया। वहीं प्रदेश में बिजली की मांग 13 हजार 405 मेगावाट से अधिक रही। सिंचाई के चलते डिमांड में रोज उछाल आ रहा है
प्लांट – उत्पादन – क्षमता – स्टॉक – खपत
सतपुड़ा – 826 – 1330 – 18,700 – 24,578
बिरसिंहपुर – 1029 – 1340 – 29,000 – 21,225
सिंगाजी – 1355 – 1860 – 48,000 – 29,462
अमरकंटक- 215 – 210 – 49,000 – 2761
(नोट :- बिजली उत्पादन, क्षमता मेगावाट में हैं। कोल स्टॉक, खपत मीट्रिक टन में हैं। सभी इकाइयां पूरी क्षमता पर चलती है तो खपत आंकड़े के मुताबिक रहेगी। )
माह – आपूर्ति
अप्रैल – 4.62
मई – 4.20
जून – 4.61
जुलाई – 4.60
अगस्त – 4.44
सितंबर – 4.05
अक्टूबर – 4.75
नवंबर – 5.05
(नोट :- कोयला आपूर्ति लाख मीट्रिक टन में हैं।)

इनका कहना –
कोयले की कमी है। कुल स्टॉक 18 हजार 700 मीट्रिक टन के आसपास है। रेलवे से तीन रैक कोयला आया है। ट्यूब में लीकेज की वजह से 7 नंबर यूनिट बंद कर 9 नंबर चालू की गई है। कोयले की कमी से सभी इकाइयों को क्षमता से कम लोड पर चलाया जा रहा है।
अमित बंसोड़, पीआरओ, सतपुड़ा ताप विद्युत गृह, सारनी।
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