फुटकर व्यापारी को 30 क्विंटल तेल रखने की तय सीमा निर्धारित खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने खाद्य तेलों की कालाबाजारी पर रोक लगाए जाने के लिए खाद्य तेलों के भंडारण पर तय सीमा निर्धारित कर दी है। फुटकर व्यापारियों के लिए 30 क्विंटल खाद्य तेल यानि 3000 लीटर स्टॉक की सीमा निर्धारित की गई है। इसी प्रकार थोक व्यापारियों के लिए 500 क्विंटल यानि 50 हजार लीटर मात्रा तय होगी। व्यापारी तेल का भंडारण सिर्फ 90 दिनों के लिए कर सकेंगे। खाद्य तेलों का स्टॉक लिखना होगा। इसी प्रकार खाद्य तिलहन के लिए फुटकर व्यापारियों को 100 क्विंटल एवं थोक व्यापारियों को 2000 क्विंटल रखने की सीमा तय की गई है। निर्धारित सीमा से अधिक कोई भी व्यापारी तेल का भंडारण करके नहीं रख सकेगा।
आदेश: मध्याह्न भोजन में समूह रिफाइंड की जगह डबल फोर्टिफाइड तेल का करेंगे इस्तेमाल
खाद्य तेलों में बढ़ती कीमतों के बीच स्कूलों में मध्याह्न भोजन तैयार करने के लिए रिफाइंड के स्थान पर फोर्टिफाइड तेल का इस्तेमाल करने के निर्देश जारी किए गए हैं। खाने में पोषक तत्वों की कमी को ध्यान में रखते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत गठित संस्था प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण ने यह आदेश जारी किए हैं। सभी स्कूलों में अब तक मध्याह्न भोजन प्रभारी अपनी मर्जी से ही नजदीकी दुकानों से तेल व अन्य सामान की खरीद कर रहे हैं। अब सभी स्कूलों को उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से ही तेल की खरीद करनी होगी। चूंकि महंगाई के चलते खाद्य सामग्री से लेकर सभी चीजों के दाम बढ़ गए हैं, ऐसे में फोर्टिफाइड तेल के इस्तेमाल को लेकर जारी आदेश ने समूहों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। यदि तेल महंगा होता है तो समूहों के लिए बचत कर पाना मुश्किल होगा।
खाद्य तेलों में बढ़ती कीमतों के बीच स्कूलों में मध्याह्न भोजन तैयार करने के लिए रिफाइंड के स्थान पर फोर्टिफाइड तेल का इस्तेमाल करने के निर्देश जारी किए गए हैं। खाने में पोषक तत्वों की कमी को ध्यान में रखते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत गठित संस्था प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण ने यह आदेश जारी किए हैं। सभी स्कूलों में अब तक मध्याह्न भोजन प्रभारी अपनी मर्जी से ही नजदीकी दुकानों से तेल व अन्य सामान की खरीद कर रहे हैं। अब सभी स्कूलों को उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से ही तेल की खरीद करनी होगी। चूंकि महंगाई के चलते खाद्य सामग्री से लेकर सभी चीजों के दाम बढ़ गए हैं, ऐसे में फोर्टिफाइड तेल के इस्तेमाल को लेकर जारी आदेश ने समूहों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। यदि तेल महंगा होता है तो समूहों के लिए बचत कर पाना मुश्किल होगा।
तेल बदलने की दी सलाह पर भोजन पकाने की राशि नहीं बढ़ाई शासन ने मध्याह्न भोजन बनाने के लिए रिफाइंड तेल की जगह डबल फोर्टिफाइड तेल का इस्तेमाल करने की सलाह तो दे दी है, लेकिन भोजन पकाने की राशि में किसी प्रकार की बढ़ोत्तरी नहंीं की गई है। जबकि रिफाइंड तेल के दाम ही बीते छह महीनों में डबल हो गए हैं। बताया गया कि प्राथमिक शालाओं में प्रतिदिन दिन, प्रति छात्र के हिसाब से 4 रुपए 97 पैसे और माध्यमिक शालाओं में प्रतिदिन, प्रति छात्र के हिसाब से 7 रुपए 45 पैसे दिए जाते हैं। भोजन पकाने की यह दरें दो साल पहले की हैं, उसके बाद से दरों में इजाफा नहीं किया गया है। ऐसे में रसोईयों के लिए मध्याह्न भोजन पकाना महंगा साबित होगा।
उचित मूल्य दुकान से मिलेगा तेल मध्याह्न भोजन पकाने के लिए डबल फोर्टीफाइड नमक एवं फोर्टीफाइड खाद्य तेल म.प्र स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से उलब्ध कराएगा। इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। अब स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने वाले समूहों को राशन दुकानों से ही तेल खरीदना जरूरी होगा।
क्या मतलब होता है फोर्टिफाइड का फोर्टिफाइड का मतलब है कि किसी भी वस्तु की मात्रा में पोषक तत्वों की जरूरी मात्रा का होना। किसी भी वस्तु को तैयार करते हुए उसके अंदर जरूरी पोषक तत्वों को मिलाने की प्रक्रिया को ही फोर्टिफिकेशन कहा जाता है। फोर्टिफाइड वस्तुओं का इस्तेमाल कुपोषण के शिकार बच्चों के लिए किया जाता है। खाद्य पदार्थों में कैमिकल मात्रा अधिक होने से पोषक तत्वों की कमी होती जा रही है।
रिफाइंड से महंगा पड़ता है डबल फोर्टिफाइड रिफाइंड तेल शुद्ध तेल नहीं होता है। इसलिए इसके दाम डबल फोर्टिफाइड की अपेक्षा कम होते हैं। खाद्य तेलों को रिफाइन करने के लिए कई तरह के रसायनों का प्रयोग किया जाता है। किसी भी तेल को रिफाइन करने में 6 से 7 प्रकार के रसायन प्रयोग किए जाते हैं। रिफाइंड तेल सेहत के लिए नुकसानदाय साबित होते हैं। वहीं डबल फोर्टिफाइड तेल में पोषण तत्वों की जरूरी मात्रा को बनाए रखा जाता है। जिसके कारण यह तेल थोड़ा महंगा पड़ता है।