scriptपहले लगता डर अब खुद ही कर सकेंगे मुकाबला | The fear that seemed earlier, will now be able to compete on its own | Patrika News

पहले लगता डर अब खुद ही कर सकेंगे मुकाबला

locationबेतुलPublished: Jan 23, 2022 11:45:44 pm

Submitted by:

yashwant janoriya

शिविर में छात्राओं ने सीखे आत्मरक्षा गुर

शिविर में छात्राओं ने सीखे आत्मरक्षा गुर

शिविर में छात्राओं ने सीखे आत्मरक्षा गुर

बैतूल. जेएच कॉलेज में छात्राओंं और महिला प्राध्यापकों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। कॉलेज में ही इसके लिए लगभग डेढ़ माह का शिविर लगाया। शिविर का समापन शनिवार को हुआ। इस अवसर पर छात्राओं ने कराते की जो कलाबाजी सीखी उसका प्रदर्शन किया। छात्राओं का कहना था कि कराते का प्रशिक्षण लेने के बाद आत्म विश्वास बढ़ा है। पहले थोड़ी सी समस्या आने पर डर लगने लगता था। अब खुद ही मुकाबला करने की हिम्मत आ गई। जरूरत पडऩे पर किसी कि मदद भी कर सकते है।
खेल विभाग के कराते कोच महेंद्र सोनकर ने बताया कि कॉलेज की छात्राओंं को लगभग डेढ़़ माह प्रशिक्षण दिया है। इस प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं को कराते की कई बारीकियां सिखाई है। उन्होंने बताया कि एक दम से सामने वाले पर अटैक कैसे करते हैं। यदि सामने से प्रहार हुआ तो उसे कैसे रोका जा सकता है। अपने आप को मजबूत कर किस तरह से हमले से बच सकते हैं। इस तरह से कई प्रकार का अभ्यास कराया है। छात्राएं इस अभ्यास के जरिए अपने आप को सुरक्षित कर सकती है।
सोनकर ने बताया जरुरत पडऩे पर लड़ भी सकती है। कोच ने बताया कि छात्राएं इसे यहां तक ही सीमित नहीं रखे। निरंतर अभ्यास जारी रखे,जिससे और मजबूत होंगे। जेएच कॉलेज की खेल अधिकारी नीलिमा पीटर ने बताया शासन के निर्देशों के तहत कॉलेज में ही एक दिसंबर से २२ जनरवरी तक यह शिविर का आयोजन किया गया था। छात्राओं ने बड़ी मेहनत और लगन से शिविर में हिस्सा लेकर कराते का प्रशिक्षण लिया।
उन्होंने कहा कि आज की जरुरत के हिसाब से आत्मरक्षा के लिए कराते आना बहुत ही जरुरी है। इसके लिए सभी छात्राओं को सामने आना चाहिए। शनिवार को शिविर का समापन हुआ है। कराते का प्रशिक्षण कही भी लिया जा सकता है। अन्य जगहों पर भी इसकी सुविधा है। शिविर के समापन पर छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन करके भी बताया है। छात्राओं को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र देकर स मानित किया गया।
इस अवसर पर राकेश तिवारी ने कहा की सभी छात्राओं को प्रशिक्षण लेना चाहिए, ताकि वे अपनी सुरक्षा कर सके साथ ही कराते विद्या में उनका चयन भी किया जा सके।
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