scriptपढ़े, सरकारी अस्पताल में खत्म हुई ऑक्सीजन तो बच्ची को बचाने खरीदकर लाए | The oxygen that ended in the hospital bought the baby to save | Patrika News

पढ़े, सरकारी अस्पताल में खत्म हुई ऑक्सीजन तो बच्ची को बचाने खरीदकर लाए

locationबेतुलPublished: Jul 15, 2019 09:52:26 pm

Submitted by:

Devendra Karande

नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लापरवाही का आलम ऐसा है कि गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन तक नहीं है। गंभीर हालत में सोमवार को जब तीन वर्षीय बच्ची को ऑक्सीजन लगने की बारी आई तो निजी अस्पताल से सिलेंडर बुलाना पड़ा।

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भैंसदेही। नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लापरवाही का आलम ऐसा है कि गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन तक नहीं है। गंभीर हालत में सोमवार को जब तीन वर्षीय बच्ची को ऑक्सीजन लगने की बारी आई तो निजी अस्पताल से सिलेंडर बुलाना पड़ा। परिजनों ने इसको लेकर विरोध भी जताया और कार्रवाई की मांग की है।
अश्फाक खान ने बताया कि तीन वर्षीय बेटी इकरा का स्वास्थ्य खराब हुआ तो सोमवार सुबह अस्पताल पहुंचे। इकरा को ऑक्सीजन की जरुरत थी,लेकिन सरकारी अस्पताल के सिलेंडर ही खाली थे। अस्पताल के डॉक्टर असहाय नजर आए। अपनी बच्ची को तड़पते देख परिजनों ने नगर के ही निजी अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर लाया। निजी अस्पताल के डॉक्टर धीरज मालवीय भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सिलेंडर देने के साथ ही बच्ची का इलाज किया गया। जिसके बाद बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार आया। हालत सुधरने के बाद परिजन अपनी बेटी को इलाज के लिए अमरावती महाराष्ट्र ले गए। परिजनों ने आरोप लगाया कि मरीजों के इलाज में अस्पताल प्रबंधन द्वारा गंभीर लापरवाही बरती जा रही है। निजी अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं लाते तो बच्ची की जान भी जा सकती थी। परिजनोंं लापरवाही करने वाले दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला डॉक्टर और ड्रेसर नहीं है। शिकायत के बाद भी आज तक पदस्थ नहीं किए गए हैं। जिससे मरीजों को रैफर करना पड़ता है।
इनका कहना
घटना की जानकारी मिली है। यह घोर लापरवाही है। मामले में पूरी जानकारी लेकर दोषियों पर कार्रवाई करवाई जाएगी।
धरमुसिंग सिरसाम भैंसदेही विधायक।
आपके द्वारा मेरे संज्ञान में प्रकरण लाया गया है। घटना की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
जीसी चौरसिया, सीएमएचओ बैतूल।
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