सतपुड़ा पॉवर प्लांट के प्रतिबंधित क्षेत्र की सुरक्षा में सेंध लगाकर कीमती स्पेयर पार्ट्स चोरी होने से प्लांट की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वह भी तब जब प्लांट की सुरक्षा जिम्मेदारी एसआईएसएफ, सैनिक कल्याण बोर्ड, निजी सुरक्षा एजेंसी और मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के सुरक्षा विभाग के भरोसे हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच पीएच फोर के स्टोर रूम की शटर में लगे चार ताले तोडक़र टरबाइन के स्पेयर पार्ट्स चोरी होना सुरक्षा में सबसे बड़ी चुक है। बताया जा रहा है कि प्लांट में राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल के 75, निजी सुरक्षा एजेंसी के 90 और प्लांट के दो दर्जन से अधिक सुरक्षा कर्मी कार्यरत है। खासबात यह है कि संवेदनशील क्षेत्र की सुरक्षा निजी हाथों में है और वॉच टॉवर पर जवान भी तैनात नहीं रहते।
पीएच फोर के प्रतिबंधित क्षेत्र के शेड नंबर 6 से हुए टरबाइन के स्पेयर पार्ट्स चोरी मामले में टीआई महेन्द्र सिंह चौहान द्वारा एसपी डीआर तेनीवार के निर्देश और एसडीओपी पंकज दीक्षित के मार्गदर्शन में 6 सदस्यी टीम गठित की। मुखबिर की सूचना पर शिवम् और योगेश को मछली कांटा क्षेत्र से अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की। जुर्म स्वीकारने पर आरोपी के बताए गए निशानदेही से स्पेयर पार्ट्स बरामद किए। गठित दल में एएसआई फतेबहादुर सिंह, दिनेश बर्डे, बलराम खण्डाग्रे, शैलेन्द्र सिंह, भूपेंद्र पाल, संतोष, दुर्गेश शामिल है। जिन्हें एसपी द्वारा पुरस्कृत्त किया जाएगा। मुखबिरों के साथ मिलकर चोरों गिरफ्तार करने में इनका विशेष योगदान रहा।
9 फरवरी को दोपहर में लंच टाइम पर स्टोर रूम के संबंधित अधिकारी, कर्मचारी घर गए थे। उसी दौरान चोरों ने संवेदनशील स्थानों में प्रवेश किया और जुगाड़ तकनीकी से शटर के सेंट्रल लॉक और ताले तोड़ दिए। स्टोर में रखे 250-250 मेगावाट यूनिट की टरबाइन में लगने वाले तांबा, पीतल से निर्मित वाल्व, साफ्ट, बुश, गंमेटल, स्पेण्डल, बैरिंग करीब 5 लाख मूल्य के सामान लेकर फरार हो गए। वारदात से प्लांट में हडक़ंप मच गया। पत्रिका में खबर छपते ही एसडीओपी पंकज दीक्षित ने मौके का निरीक्षण कर मप्र पॉवर जनरेटिंग कंपनी के आलाअफसर को सुरक्षा में चुक से अवगत कराकर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की बात कही थी। बुधवार को पुलिस ने मामले का खुलासा किया।