scriptदो नन्हें बच्चों को मिला माता-पिता का स्नेह | Two nineteen children got parents' affection | Patrika News

दो नन्हें बच्चों को मिला माता-पिता का स्नेह

locationबेतुलPublished: May 11, 2018 09:19:24 pm

Submitted by:

ghanshyam rathor

अनूठी परंपरा की शुरूआत करते हुए शुक्रवार एक तलाकशुदा महिला का विधुर युवक से रीति रिवाज से विवाह करवाया

Wife married with abandoned wife

Wife married with abandoned wife


बैतूल। अखिल भारतीय मालवीय स्वर्णकार समाज, जिला संगठन बैतूल द्वारा अनूठी परंपरा की शुरूआत करते हुए शुक्रवार एक तलाकशुदा महिला का विधुर युवक से रीति रिवाज से विवाह करवाया। गायत्री मंदिर सिविल लाईन में इस अनूठे विवाह के साक्षी युवक का 9 वर्षीय पुत्र और तलाकशुदा महिला की 7 वर्षीय पुत्री भी बने। इसके बाद सदर स्थित एक निजी होटल में आयोजित आशीर्वाद समारोह में विधायक हेमंत खण्डेलवाल, नगर पालिका अध्यक्ष अलकेश आर्य समेत सामाजिक बंधुओं ने वर-वधु को आशीर्वाद प्रदान कर सफलतम वैवाहिक जीवन की कामना की।
गत 25 फरवरी को स्वर्णकार समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन में भोपाल निवासी स्व. रमेश सोनी के पुत्र अखिलेश्वर सोनी और आठनेर निवासी सुधाकर सोनी की पुत्री आरती ने भी परिचय दिया था। दरअसल अखिलेश्वर की पत्नी का वर्ष 2014 में निधन हो गया था तो दूसरी ओर आरती का अपने पति से तलाक हो गया। समाज के युवाओं ने दोनों विवाह में मध्यस्तता की भूमिका निभाई और 11 मई को वह क्षण आ गया जब हर कोई इसका इंतजार कर रहे थे। पहली मर्तबा स्वर्णकार समाज में इस तरह का विवाह हुआ है। इस विवाह को सफल बनाने में समाज के जिलाध्यक्ष संजय सोनी, संरक्षक जेपी सोनी, विनोद सोनी, उपाध्यक्ष तरूण सोनी, सचिव आतिश सोनी, प्रदीप सोनी, सुरेश सोनी, दीपक सोनी, एल्डरमेन अनिल सोनी, भूषण सोनी, श्याम सोनी, पंकज सोनी आदि का योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन मनोज सोनी ने और आभार जिलाध्यक्ष संजय सोनी ने माना।
गायत्री मंदिर में लिए सात फेरे
गायत्री मंदिर सिविल लाईन में मंत्रोच्चार के बीच अखिलेश्वर और आरती ने विधि विधान से एक साथ जीवन बीताने का संकल्प लिया। गायत्री मंत्रों के बीच विवाह संपन्न होने के बाद दोनों को वेदाचार ने साथ रहने की शपथ दिलाई। खुशी के इस मौके पर अखिलेश्वर के 9 वर्षीय पुत्र-अभिषेक और आरती की 9 वर्षीय पुत्री गुुंजन भी साक्षी बने। दोनों बच्चे काफी खुश दिखाई दिए। अभिषेक को चार वर्ष बाद फिर माता की ममता मिलेगी, जबकि गुंजन को भी लम्बे समय बाद पिता का साया मिलेगा। खुशी के इस मौके पर बच्चों के साथ दोनों परिवार के कई परिजनों के भी इस विवाह से खुशी के आसु निकल आए। सभी ने दंपत्ति को लम्बे वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्रदान किया।
विधायक, नपा अध्यक्ष ने की तारीफ
गायत्री मंदिर में विवाह संपन्न होने के बाद सदर स्थित एक निजी होटल में दोनों परिवार और स्वर्णकार समाज की ओर से आयोजित आशीर्वाद समारोह भी अविस्वरणीय बन गया। समारोह में दंपत्ति को आशीर्वाद देने पहुंचे विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि स्वर्णकार समाज ने इस परंपरा को शुरू कर एक नई इबारत लिखी है। सभी समाज को ऐसे प्रयास करने चाहिए। उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद प्रदान किया। नगर पालिका अध्यक्ष अलकेश आर्य ने कहा कि 25 फरवरी को स्वर्णकार समाज ने युवक-युवती परिचय सम्मेलन में सफलता हासिल की थी, आज नई परंपरा कायम करते हुए विधुर-परित्याक्या का विवाह कराकर मिसाल कायम की है। श्री आर्य ने कहा कि स्वर्णकार समाज समाज की कुरीतियों को दूर करने में मील का पत्थर साबित हुआ है। उन्होंने सभी सदस्यों को बधाई देते हुए इस तरह के आयोजन करते रहने का आव्हान किया।
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