scriptपढ़े, बारिश से मंडी में भीगा दो हजार क्विंटल अनाज,रात में रुक-रुक हुई तेज बारिश | Two thousand quintal grains soaked in the market due to rain | Patrika News

पढ़े, बारिश से मंडी में भीगा दो हजार क्विंटल अनाज,रात में रुक-रुक हुई तेज बारिश

locationबेतुलPublished: Dec 13, 2019 09:04:15 pm

Submitted by:

Devendra Karande

जिले में गुरुवार रात अचानक हुई मावठे की बारिश से किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। कृषि मंडी बडोरा में खुले में रखा गया लगभग दो हजार क्विटंल मक्का, और सोयाबीन भीग गया। वही धान खरीदी केन्द्रों पर भी धान भीगा है। कुछ सोसाइटी संचालकों ने त्रिपाल से ढककर धान को भीगने से बचा लिया है।

बारिश के बाद अनाज समेटते किसान

After the rain, the farmers are covering the grain

बैतूल। जिले में गुरुवार रात अचानक हुई मावठे की बारिश से किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। कृषि मंडी बडोरा में खुले में रखा गया लगभग दो हजार क्विटंल मक्का, और सोयाबीन भीग गया। वही धान खरीदी केन्द्रों पर भी धान भीगा है। कुछ सोसाइटी संचालकों ने त्रिपाल से ढककर धान को भीगने से बचा लिया है। बारिश से ही जहां एक तरफ नुकसान हुआ है। वहीं दूसरी तरफ रबी की फसल के लिहाज इसे फायदेमंद बताया जा रहा है। दूसरे दिन शुक्रवार को भी आसमान में बादल छाए रहे। बारिश होने के बाद मौसम साफ होने पर कड़ाके की ठंड पडऩे की आशंका जताई जा रही है।
मौसम में परिवर्तन के बाद गुुरुवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। रात में पहले जहां घोड़ाडोंगरी और चिचोली क्षेत्र में बारिश हुई। इसके बाद रात दस बजे के लगभग बैतूल में बारिश शुरू हो गई। पहले हल्की बारिश होते रही। इसके बाद बारिश ने जोर पकड़ लिया। रुक-रुककर रात में तेज बारिश होते रही। घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में सबसे अधिक बारिश हुई। आमला और चिचोली, शाहपुर, मुलताई में भी बारिश रिकॉर्ड की गई है। बारिश को रबी की फसल के लिए फायदेमंद बताया जा रहा है। किसानों का कहना है कि जिन किसानों के खेत में बोवनी हुई है,फसल को फायदा होगा। वही बोवनी के लिए भी मावठे की बारिश को बेहतर बताया जा रहा है। शुक्रवार को भी आसमान में बादल छाए रहे। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार अभी दो से तीन दिन इसी तरह स्थिति बनी रहेगी। बारिश हो सकती है। मौसम साफ होने पर ठंड भी बढ़ेगी।
मंडी में भीगा दो हजार क्विंटल अनाज
गुरुवार रात में हुई अचानक बारिश से कृषि मंडी में खुले में रखा लगभग दो हजार क्विंटल अनाज भीग गया है। अनाज के बोरे के नीचे पानी जमा हो गया था,जिससे खराब होने की आशंका है। मंडी में भीगे गए अनाज में व्यापारियों और किसानों का अनाज बताया जा रहा है। व्यापारियों ने अनाज खरीदने के बाद इसका परिवहन नहीं किया था। वही रात में बारिश होने से किसानों का अनाज तुल चुका था,जिससे किसानों को अधिक नुकसान नहीं हुआ है।
ढेर से बह गया अनाज
कृषि मंडी में अनाज की आवक अधिक होने और शेडों में व्यापारियों के बोरे रखे होने से किसानों को शेडों में जगह नहीं मिल पाती है। जिसकी वजह से किसानों को शेड के बाहर ही खुले में अनाज डालना पड़ता है। किसान रात में अनाज मंडी लेकर पहुंच जाते हैं। गुरुवार रात मेंं ही शुक्रवार को नीलामी के लिए किसान अनाज लेकर मंडी पहुंच गए। किसानों ने खुले में ही अनाज के ढेर लगा दिए। अचानक बारिश से किसान अनाज को ढाक भी नहीं पाए बारिश में किसानों का अनाज भीग गया। साथ ही बारिश के पानी में बहकर नाली में चला गया।
भीगे अनाज की नहीं हो सकी नीलामी
अनाज भीगने की वजह से भीगे अनाज की नीलामी भी नहीं हो सकी। किसान शुक्रवार सुबह अनाज समेटते नजर आए। पाढर से आए किसान सौरभ ने बताया कि बारिश से काफी नुकसान हुआ है। शेड में जगह नहीं मिलने से बाहर ही अनाज डाल दिया था। बारिश से अब अनाज भीगने पर इसे सुखाना पड़ेगा इसके बाद ही नीलाम हो सकेगा। ग्राम काजली के किसान भोजराज ने बताया अचानक बारिश से पूरा मक्का भीग गया है। अब आठ दिन इसे सुखाना पड़ेगा। इसलिए अनाज भरकर घर ले जा रहे हैं। बारिश से नाली में मक्का भी बह गया है।
सासोइटियों में भीगा मक्का
जिले में ही दो दिसंबर से सोसाइटियों में मक्के की खरीदी की जा रही है। इसके लिए जिले भर में ११ सेंटर बनाए गए हैं। गुरुवार रात में अचानक बारिश होने से कई खरीदी केन्द्र पर धान भीगी है। वही कुछ सोसाइटी संचालक ने पहले ही त्रिपाल के इंतजाम किए थे। जिसकी वजह से धान नहीं भीगा है। अधिकारियों का कहना है कि सोसाइटियों से पहले ही धान का परिवहन करने से यह नहीं भीगा है।
इनका कहना
मंडी में केवल व्यापारियों का ही अनाज भीगा है। किसानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। आवक अधिक होने से शेड में जगह नहीं मिलने पर किसान खुले में अनाज डाल रहे हैं। ऐसे ढेरों की पहले नीलामी करवाई जाएगी।
स्वामीदीन वर्मा, सचिव कृषि मंडी बडोरा बैतूल।
खरीदी केन्द्रों पर धान नहींं भीगा है। धान का पहले ही परिवहन कर लिया था। संचालकों को पहले ही इसको लेकर निर्देश जारी किए हैं।
केके टेकाम, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी खाद्य विभाग बैतूल।
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