scriptएक माह से अधिक समय बीतने के बाद भी अभी जननी वाहनों की जांच अधर में | Under investigation | Patrika News

एक माह से अधिक समय बीतने के बाद भी अभी जननी वाहनों की जांच अधर में

locationबेतुलPublished: Nov 09, 2018 11:52:50 pm

Submitted by:

rakesh malviya

जननी वाहनों की जांच अधर में, एक माह में 15 हजार किमी चलने का मामला

Patrika breaking

पत्रिका ब्रेकिंग

बैतूल. जिले के सात जननी वाहन अगस्त माह में १२ हजार से लेकर १५ हजार किमी तक चले हैं। वाहन अधिक चलने से फर्जीवाड़े की आशंका को देखते हुए सीएमएचओ ने वाहनों की जांच के आदेश दिए थे। दो दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपना था। एक माह बाद भी जननी वाहनों की जांच नहीं हो सकी है। जांच अधिकारियों के अनुसार जननी वाहन के दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने की वजह से जांच पूरी नहीं हो पा रही है। गर्भवती महिलाओं को शासकीय अस्पताल में प्रसव के लिए लाने और घर पहुंचाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो जननी एक्सप्रेस वाहन लगाए हैं। इस तरह से जिले भर में 22 वाहन चल रहे हैं। वाहनों को लगभग दस रुपए प्रति किमी के हिसाब से भुगतान किया जाता है। जिले में दौड़ रहे जननी वाहन अगस्त माह में 12-15 हजार किमी चले हैं,जिससे वाहन जांच के दायरे में आ गए हैं। वाहनों को एक से डेढ़ लाख रुपए का भुगतान किया जाना है। संदेह के दायरे में आने से वरिष्ठ कार्यालय से मिले निर्देश के बाद ऐसे सात वाहनों की जांच के आदेश दिए हैं। एक माह बाद भी जांच पूरी नहीं हो सकी है। जांच में संचालक द्वारा अनियमितता पाई जाती है तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
दो दिन में जांच के दिए थे निर्देश
सीएमएचओ द्वारा बीएमओ को पत्र जारी कर दो दिन में अधिक चलने वाले जननी वाहनों की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे। एक अक्टूबर को सीएमएचओ ने आदेश जारी किए थे। एक माह से अधिक समय बीतने के बाद भी अभी तक जांच नहीं हो सकी है। इसके पीछे कारण यह भी बताया जा रहा है कि जननी संचालकों द्वारा दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाएं जा रहे हैं।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
जननी वाहन से ले जाए गए मरीजों की संख्या और हितग्राहियों की संख्या, कुल दूरी का भौतिक सत्यापन कराने जाने आदेश दिए हैं। संस्था में रैफर होकर लाए गए केस और संस्था से उच्च संस्था को भेजे गए केस की लॉग बुक, संस्था में डिलेवरी रजिस्टर से सत्यापन करवाया जा रहा है।
जननी वाहन जिनकी होगी जांच
जननी वाहन केस किमी चली
घोड़ाडोंगरी-२ २२५ १५,२८५
घोड़ाडोंगरी-१ २३७ १४,१३४
आमला २६० १३,८४९
बैतूल-१ १८३ १३,१७४
बैतूलबाजार १५८ १२,७८५
मुलताई २१७ १४,४३२
बैतूल-२ १८० १२,३७६

इनका कहना
हमारे द्वारा अधिकारियों को जननी से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध करा दिए गए हैं। जननी वाहनों की संख्या कम होने भोपाल जाने और अन्य ब्लॉकों में चलने की वजह से किमी बढ़े हैं।
हरीश तावड़े, जिली प्रभारी जननी 108 बैतूल
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो