डॉक्टर, दवाइयां और विशेषज्ञों की कमी पर वेकोलि कल्याण मंडल ने जताई नाराजगी
बेतुलPublished: Mar 26, 2019 10:47:38 pm
खामियां मिलने पर ठेका कंपनी को फटकारा, तीन माह में आवासों को मरम्मत करने के दिए निर्देश
डॉक्टर, दवाइयां और विशेषज्ञों की कमी पर वेकोलि कल्याण मंडल ने जताई नाराजगी
सारनी. वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड नागपुर के अधिकारियों और वेकोलि कल्याण मंडल सदस्यों का दल मंगलवार को पाथाखेड़ा क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचा। इसकी जानकारी पहले से होने के चलते संपूर्ण व्यवस्था चाकचौबंध रही। अस्पताल को छोड़कर कहीं भी कोई खामियां नहीं मिली। हालांकि विभिन्न समस्याओं को देखकर जांच दल द्वारा औचक निरीक्षण करने की चेतावनी दी है। साथ ही क्षेत्रीय प्रबंधन को कल्याण संबंधित समस्याओं के शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए। पाथाखेड़ा क्षेत्र में 8-10 घंटे तक नागपुर के अधिकारियों की मौजूदगी बनी रही। जिनके द्वारा पेयजल, साफ-सफाई, अस्पताल, खदान, केंटीन, फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया गया। पेयजल आपूर्ति व्यवस्था और फिल्टर प्लांट में स्वच्छता देख साबासी भी दी गई। सतपुड़ा डेम से चार पंप हाउस के जरिए फिल्टर प्लांट तक पानी पहुंचता है। दो पंप स्टेंड बाय में रहते हैं। जबकि दो पंप 20 घंटे चलते हैं। पानी शुद्ध होने के बाद यहां से पूरे शहरी क्षेत्र में आपूर्ति होती है।
आठ घंटे तक निरीक्षण और बैठकों का दौर चला: वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड पाथाखेड़ा क्षेत्र का निरीक्षण करने मंगलवार को जीएम आईआर एसएस वेमुलाकोंडा, डिप्टी जीएम सिविल बीटी रामटेके, मुख्य कार्मिक अधिकारी एके सिंह के साथ वेकोलि कल्याण मंडल सदस्य बीएमएस एपी सिंह, एटक से रामकेरा यादव, एचएमएस से ब्रजेश सिंह और सीटू से कामेश्वर राय पहुंचे थे। इनके साथ क्षेत्रीय कल्याण समिति सदस्य बीएमएस डीके भादे, विजय मिश्रा, एटक राकेश वाईकर, एचएमएस मनीष सिंह और सीटू से जगदीश डिगरसे पूरे समय मौजूद रहे। निरीक्षण टीम के साथ पाथाखेड़ा प्रबंधन की ओर से एसओ सिविल जसानी, एरिया पर्सनल मैनेजर राजेश नायर, निखिल निमझे, दिवाकर लोन्हारे, जाग्रति रहेजा उपस्थित रहे।
यहां मिली खामियां तो जताई नाराजगी – निरीक्षण टीम द्वारा सर्वप्रथम रेस्ट हाउस में क्षेत्रीय प्रबंधन और क्षेत्रीय कल्याण समिति सदस्यों के साथ बैठक कर क्षेत्र की समस्याओं पर आवश्यक चर्चा की। एक घंटे तक चली बैठक के पश्चात निरीक्षण टीम फिल्टर प्लांट पहुंची। यहां पेयजल शुद्ध करने से लेकर जलापूर्ति तक व्यवस्था देखी। संतोषजनक पाए जाने पर सिविल विभाग को साबासी दी गई। तत्पश्चात निरीक्षण दल क्षेत्रीय चिकित्सालय पहुंचा। यहां डॉक्टरों की भारी कमी के साथ दवाइयों का अभाव। पैरामेडिकल स्टॉफ और विशेषज्ञों की कमी देख वेकोलि कल्याण मंडल सदस्यों के अलावा वेकोलि प्रबंधन की ओर से आए अधिकारियों ने भी चिंता व्यक्त कर वित्तीय बजट में समस्या के निराकरण करने के निर्देश क्षेत्रीय प्रबंधन को दिए। इसके बाद छतरपुर-1 खदान की केंटीन का निरीक्षण कर एसी और चोर केंटीन में प्रवेश नहीं कर सके इसके लिए जाली लगाने के निर्देश दिए। तत्पश्चात रेस्ट हाउस में पुन: बैठक हुई। निरीक्षण रिपोर्ट पर हस्ताक्षर हुए और टीम मुख्यालय के लिए रवाना हो गई।