पंखा जोड़ पर रेलिंग के कारण होते हैं हादसे
फोरलेन पर पंखा जोड़ पर माइल स्टोन क्रमांक 27 से माइल स्टोन क्रमांक 28 तक सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। साल भर में यहां डेढ़ सैकड़ा से अधिक दुर्घटनाएं हो जाती है। इसका बड़ा कारण फोरलेन पर बीच में लगाई गई रेलिंग है। एक लेन से दूसरी लेन पर जाने के लिए जो रास्ता बनाया गया है उससे जब वाहन दूसरे लेने पर जाने की कोशिश करते हैं तो रेलिंग की वजह से दूसरे लेन से गुजरने वाले वाहन नजर नहीं आते हैं जिसकी वजह से दुर्घटनाए होती है। पूर्व में लोगों ने लोहे की रेलिंग को हटाए जाने की मांग भी की थी लेकिन इन्हें हटाया नहीं गया है। बताया गया कि रेलिंग की वजह से सड़क की दूसरी लेन ब्लैक स्पॉट में तब्दील हो जाती है।
बरेठा घाट और चंडी जोड़ पर भी होते हैं हादसे नेशनल हाईवे 69 पर स्थित बरेठा घाट सेक्शन हादसों के लिए शुरूआत से कुख्यात रहा है। यहां साल भर हादसे होते रहते हैं। खासकर गर्मी एवं बारिश के दिनों में हादसों की संख्या बढ़ जाती है। घाट सेक्शन होने की वजह से घुमावदार रास्ता हैं माइल स्टोन 112 से 116 तक पुलिस विभाग ने ब्लैक स्पॉट घोषित किया है। जहां चालकों से सावधानीपूर्वक वाहन चलाने की अपील की जाती है क्योंकि सबसे ज्यादा हादसे इसी जगह पर होते हैं। इसी प्रकार चिचोली से गुजरने वाले इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे 59 ए पर चंडी जोड़ और ग्राम गोंडूमंडई के पास भी ब्लैक स्पॉट हैं जहां सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। साल भर में यहां एक सैकड़ा के लगभग हादसे हो जाते हैं। हालांकि फोरलेन निर्माण के चलते जल्द ही यह ब्लैक स्पॉट खत्म हो जाएगा।
हेलमेट नहीं पहनने से गंवा चुके कई जान सड़क हादसों में मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या दोपहिया वाहन चालकों की हैं। सिर में गहरी चोट लगने की वजह से ही सबसे ज्यादा लोग मौत के शिकार होते है। इसका कारण हेलमेट का इस्तेमाल नहीं किया जाना हैं। बताया गया कि वर्ष 2021 में सड़क हादसों की संख्या 735 के लगभग थी, जिसमें 194 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 2022 में 746 सड़क हादसे हुए और मरने वालों की संख्या नौ महीनों में ही 284 पर पहुंच गई है। यातायात पुलिस की माने तो वाहन चलाते वक्त हेलमेट का इस्तेमाल किया जाना जरूरी हैं, क्योंकि दुर्घटना बताकर नहीं होती हैं। ऐसे में आपनी जान केवल हेलमेट नहीं बचा सकता हैं। इसलिए वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए जागरूक किया जा रहा हैं। चूंकि अब राज्य सरकार के निर्देश जारी हो चुके हैं इसलिए सभी दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनकर वाहन चलाना अनिवार्य हैं।
यह है ब्लैक स्पॉट जो चिन्हित किए गए है 1. शाहपुर थानांतर्गत नेशनल हाईवे 69 ओबेदुल्ला गंज से बैतूल मुख्य मार्ग पर बरेठा घाट सेक्शन में माइल स्टोन क्रमांक 112 से माइल स्टोन क्रमांक 116 तक ब्लैक स्पॉट क्षेत्र चिन्हित किया गया है।
2. आमला थानांतर्गत नेशनल हाईव 47 बैतूल से नागपुर मार्ग पर पंखा जोड़ पर माइल स्टोन क्रमांक 27 से माइल स्टोन क्रमांक 28 तक एवं ससुंद्रा के पास ब्लैक स्पॉट क्षेत्र चिन्हित किया गया है।
3. मुलताई थानांतर्गत नेशनल हाईवे 47 बैतूल से नागपुर मुख्य मार्ग पर नगरकोट से मोही तक माइल स्टोन क्रमांक 42 से माइल स्टोन क्रमांक 43 तक ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है। 5. मुलताई थानांतर्गत नेशल हाईवे 47 बैतूल से नागपुर मुख्य मार्ग पर चिचंडा बस स्टॉप के पास मल्हारा पंखा पर माइल स्टोन क्रमांक 65 से माइल स्टोन क्रमांक 66 तक ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है।
6. मुलताई थानांतर्गत नेशनल हाईवे 69 ए सिवनी से मुलताई मुख्य मार्ग पर मोंग्यानाला तिराहा पर माइल स्टोन क्रमांक 245 से माइल स्टोन क्रमांक 24/4 तक एवं परमंडल के पास ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है।
7. चिचोली थानांतर्गत नेशनल हाईवे 59ए इंदौर से बैतूल मुख्य मार्ग पर चंडी जोड़, ग्राम गोण्डूमंडई पर माइल स्टोन क्रमांक 238 से माइल स्टोन क्रमांक 242 तक ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। इनका कहना
– नेशनल हाईवे पर भौगोलिक स्थिति का अध्ययन कर ब्लैक स्पॉट को चिन्हित किए गए है। इन स्थानों पर साइन बोर्ड सहित स्पीड ब्रेकर बनाए गए हैं। ताकि संभावित दुर्घटनाओं को होने से रोका जा सके। हेलमेट लगाने को लेकर भी अभियान शुरू किया गया हैं। वाहन चालकों को हेलमेट लगाने जागरूक कर रहे हैं।
– गजेंद्र केन, एसआई यातायात बैतूल।