विधायक विजय मिश्रा मीडिया के सामने आए और उल्टा जज साहब पर ही भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने प्रेसवार्ता कर अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए जज त्रिभुअन पाठक को अपना रिश्तेदार बताया। दावा किया कि जज साहब खुद जमीन कब्जा करना चाहते हैं। लोग मेरे पास आए तब मैंने उन लोगों को न्याय दिलाने की कोशिश की। कहा कि जज रहते हुए त्रिभुअन पाठक ने अकूत सम्पत्ति अर्जित की है उनकी सम्पत्ति की जांच होनी चाहिये। इसके लिये मैंने बिहार सरकार व बिहार हाईकोर्ट को पत्र लिखा है।
बताते चलें कि विधायक पर बिहार के
शिवहर में जज (अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश) जज ने आरोप लगाया है कि विधायक उनसे CBI के अपने एक केस में पैरवी कराना चाहते थे, जिससे इनकार के बाद अब वह उन्हें परेशान कर रहे हैं। वर्तमान में एक जमीन के मामले में न सिर्फ धमका रहे हैं, बल्कि रेप व एससीएसटी एक्ट के तहत झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी भी दे रहे हैं। पुलिस पर भी विधायक के साथ मिले होने और मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल (IGRS) पर शिकायत की, जिसके बाद बीते मंगलवार को सुरियावां थाने में विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
By Mahesh Jaiswal