सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को जहां भाजपा के लोग संदिग्ध और फर्जी मान रहे हैं तो उस वीडियो के बारे में बताया जा रहा है कि जब रमेश बिंद बसपा में थे तो मिर्जापुर में आयोजित अपने समाज से जुड़े कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने यह विवादित टिप्पणी किया था। वीडियो में रमेश बिन्द यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि अगर उनकी बिरादरी के लोगों पर अगर किसी ने हाथ उठाया तो वो उसको सजा देंगे। उसमें उन्होंने एक मामले का उदाहरण देते हुए पुलिस थाना को फूंकने की बात भी कही है।
चन्द दिनों पहले जब रमेश बिन्द बसपा से भाजपा में आये और उन्हें टिकट देने की चर्चा तेज हुई तो तब उनोर ब्राम्हण विरोधी होने के आरोप लगाए जा रहे थे। टिकट मिलने के बाद भी जारी इस तरह के विरोध को देखते हुए दो दिन पहले भाजपा प्रत्याशी रमेश बिंद ने यह बयान दिया कि अगर उन्होंने किसी ब्राह्मण को परेशान किया है और इसका कोई सबूत दे दे तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे। इसके बाद इनका यह विडियो जारी होना उनकी चिंता बढ़ा सकती है।
वहीं वायरल वीडियो पर भाजपा के विवादित भाषण का वीडियो वायरल होने के भदोही लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी रमेश बिन्द ने सफाई देते हुए अपना बयान जारी किया है। जिसमे उन्होंने कहा है कि वो बीस वर्षों से समाज की सेवा कर रहे हैं। कहा कि मुझे पता चला है कि एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें विशेष रूप से ब्राम्हण विरोधी बताया गया है। वह वीडियो पूरी तरह से फर्जी है। उसमें जो आवाज है वो मेरी आवाज नहीं है। विरोधी दल के लोग अपनी हार से परेशान हैं इसलिए मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा रहे हैं। मैंने कभी ब्राम्हण समाज के खिलाफ नही बोला है। इसलिए मुझे हमेशा पहले भी मिला है और अब भी ब्राम्हण समाज का आर्शीवाद मिलेगा। मैं भाजपा का हूं। ये मेरे और मेरे शीर्ष नेता नरेंद्र मोदी के खिलाफ है और मैं इसके खिलाफ मान हानि का दावा करूंगा।
BY- Mahesh Jaiswal