इस दौरान उन्होंने जनता के लिए आने नेताओं को आइना दिखाने से भी परहेज नहीं किया। पिछले कई विधानसभा व लोकसभा चुनावों से जनोद में लगातार बन्द पड़े चीनी मिल को दोबारा शुरू किए जाने की मांग की जाती रही है। चुनाव में चीनी मिल के मुद्दे पर हर पार्टी सरकार में आने पर मिल शुरू कराने का वादा करती रही लेकिन सरकार बनने के बाद पार्टियां वादा भूल गयी।
सीएम के दायरे के दौरान जब मंच से सांसद ने चीनी मिल को दोबारा शुरू करने की मांग सीएम के सामने रखी तो सीएम ने चीनी मिल की जगह बारह सौ करोड़ की लागत से बायो फ्यूल संयंत्र स्थापित करने के एलान के साथ सांसद वीरेंद्र सिंह से कहा कि, चीनी मिल के लिए गन्ने की भी जरूरत पड़ती है और आस पास के क्षेत्रों में अब गन्ने का उत्पादन नहीं हो रहा है। इसके लिए आप किसानों के नेता होने के नाते गन्ने की खेती के लिए किसानों को उत्साहित करें।
साथ ही सीएम ने जब मंच पर भाजपा से भदोही विधायक रविन्द्र त्रिपाठी की सोने की चेन पहनने से इनकार करते हुए चेन को हटाने के लिए कहा तो उनका यह रूख देखकर कार्यक्रम में पहुंचे लाभार्थी सीएम के प्रति काफी प्रभावित हुए। सीएम ने जनता और सरकार के प्रति सामंजस्य बनाने के लिए पार्टी स्तर पर हर जनपद में एक कोर कमेटी गठित करने की बात कही। जिससे अधिकारियों कर्मचारियों के कार्यशैली की सरकार में सटीक जानकारी पहुंच सके और लापरवाहों पर कार्यवाई कर योजनाओं को जनता तक पहुंचाया जा सके।
उन्होंने जिले में बायो संयंत्र के अलावा कोई अन्य बड़ी घोषणा नहीं की और न ही किसी ऐसे परियोजना का शिलान्यास किया जिसे प्रदेश स्तर के नजरिये से देखा जा सके, लेकिन उन्होंने जनपद को कई ग्रामीण सड़कों का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री ग्रामीण क्षेत्र को सभी योजनाओं से जोड़ने के प्रति गम्भीर दिखाई पड़े। आने वाले लोकसभा चुनावों में इसका जनपद में कितना असर होगा यह देखने वाली बात होगी।
input महेश जायसवाल