किडनी बेचने का ऐलान करने वाला किसान जिले के डीघ ब्लाक के बेरासपुर का रहने वाला है। किसान शिवलोलारक तिवारी एमकाम हैं लेकिन पढ़ाई के बाद नौकरी न मिलने के कारण उन्होने पुश्तैनी खेत में खेती करने की योजना बनाई और 2009 में पानी के लिए बोरिंग कराया लेकिन ट़यूबबेल लगाने के लिए ट्रांसफार्मर और बिजली कनेक्शन के लिए रूपए नहीं जुटा सके। इस वर्ष इन्होने कर्ज लेकर विद्युत विभाग में कनेक्शन और ट्रांसफार्मर के लिए आवेदन किया और योजना में छूट के बाद 32 हजार का शुल्क जमा किया लेकिन आवेदन के चार महिनों बाद भी उन्हे विभाग ट्रांसफार्मर उपलब्ध नहीं करा सका। विभाग के चक्कर काटते काटते धान के फसल का सीजन भी अब चला गया।
कर्ज के बोझ तले शिवलोलारक की जब सभी उम्मीदें धराशाई हो गयी तो उन्होने निराश होकर अपनी किडनी बेचने का एलान कर दिया। उन्होने सोशल मिडिया पर अपनी किडनी और एक आँख बेचने का वीडियो पोस्ट किया है l किसान का कहना है की अब उसके पास कोई रास्ता ही नहीं बचा है बैंक का कर्ज और दुकनदारों का कर्ज ऐसे में अब वह क्या करे l इस बाबत जब जिलाधिकारी से बात की गयी तो उन्होने जल्द से जल्द किसान को ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने की बात कही। वहीं सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई किसान की वीडियो से सरकार और प्रशासन की किरकिरी हो रही है। मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने के बाद किसान को ट्रांसफार्मर कब तक मिलता है यह देखने वाली बात होगी।