इस पूरे मामले की शुरुआत रविवार को ज्ञानपुर में सपा जिला कार्यालय में पार्टी नेताओं की बैठक के हुई। सपा नेता राजेन्द्र इस बिंद का आरोप है कि पार्टी के बैठक के बाद जब वो वहां से निकल गए तो उन्हें मनोज यादव ने फोन पर हाथ-पैर तोड़ने की धमकी दिया और उनके सफारी वाहन का पीछा कर थानीपुर में तोड़फोड़ की और कहा कि ज्ञानपुर में दिखाई मत देना।
आरोप है कि मनोज यादव ने यह काम पार्टी के जिला महासचिव ओम प्रकाश यादव के इशारे पर किया है। इसलिये दोनों नेताओं के खिलाफ उन्होंने कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। पार्टी कार्यालय पर हुए विवाद को लेकर पार्टी नेताओं की एक बैठक भी आयोजित की गई जिसमें राजेन्द्र बिंद सहित तीन नेताओं को पार्टी से निष्काषित करने का प्रस्ताव पास किया गया लेकिन इसे लेकर जिलाध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी ने कहा कि इस पूरे मामले की रिपोर्ट आलाकमान को भेजी जाएगी वहां से जो भी निर्देश मिलेगा उसी अनुसार कार्यवाई की जाएगी। कुल मिलाकर इस मामले को लेकर सपा की राजनीति में हलचल तेज हो गयी है।
लोकसभा चुनाव को लेकर जहां सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गठबन्धन के माध्यम से चुनाव लड़ने की तैयारियों में जुटे हैं वहीं भदोही में पार्टी के अंदर आपसी गुटबाजी चरम पर है। जिले में नई कमेटी का गठन होने के बाद से गुटबाजी खुल कर सामने आ रही है लेकिन पार्टी के जिम्मेदार नेता इसे दबाने में जुटे हुए हैं।
BY- MAHESH JAISWAL