जिले में तीन विकास खण्ड औराई, ज्ञानपुर और डीघ के 40 से अधिक गांव गंगा किनारे बसे हुए हैं, जिनमें सबसे अधिक डीघ और ज्ञानपुर विकास खण्ड के गांव गंगा जलवृद्धि के कारण प्रभावित होते हैं। जलवृद्धि का सबसे अधिक खतरा सीतामढ़ी के क्षेत्र में रहता है। यहां कोनिया कटरा गांव में कटान का सबसे अधिक खतरा बना रहता है। इन स्थानों पर आंशिक तौर पर कटान भी शुरू हो चुका है। अगर जलस्तर में इसी तरह बढोत्तरी होती रही तो कटान में भी तेजी आने की पूरी संभावना है। वहीं गोपीगंज नगर क्षेत्र से तीन किलोमीटर दूर स्थित रामपुर घाट पर गंगा का जलस्तर बढोत्तरी होने के कारण गंगा किनारे बसे ग्रामीण पलायन की तैयारी में लग चुके है।
ग्रामीण रसीले वर्मा, नेबुलाल वर्मा, सुरेश, शिव वर्मा, मैना देवी, चंदा देवी व कदेदीन समेत ग्रामीणों ने पलायन की तैयारी शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई साथ ही पूछे जाने पर बताया कि यहां से पलायन करके उचे बस्ती पर जाकर टेंट तम्बू लगाकर परिवार रखेंगे। अगर वहां व्यवस्था नहीं हो सका तो गंगा में ही नाव पर परिवार समेत रहने की बात कही। साथ ही बताया कि अभी तक बस्ती में जिला प्रशासन के तरफ से एक भी अधिकारी या कर्मचारी नहीं पहुंचे है।
By Mahesh Jaiswal
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