बताया जाता है कि उस दौरान जिले में अंग्रेजो द्वारा किसानों की खेतों पर कब्जा कर जबरन नील की खेती कराई जाती थी। इस दौरान शहीद झूरी सिंह ने इसका विरोध करना शुरू किया। विरोध से आक्रोशित अंग्रेजो ने झूरी सिंह के बड़े भाई को फांसी दे दी और झूरी सिंह पर इनाम रख दिया। इस दौरान अंग्रेज अफसर रिचर्ड म्योर अपने सहयोगियों के साथ पाली पहुंचा, जहां झूरी सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ रिचर्ड म्योर का पीछा किया। घोड़े पर सवार रिचर्ड म्योर भागने लगा और झूरी सिंह उसका पीछा करते रहे। तभी शीतल पाल खेत मे अपने भेड़ों को चरा रहे थे उन्होंने तत्काल अपने लग्घे को अंग्रेज अफसर के घोड़े के पैर में फंसा दिया जिसके बाद रिचर्ड म्योर नीचे गिर पड़ा और झूरी सिंह ने तलवार से उसका सर कलम कर दिया।
शनिवार को उनकी याद में पाल समाज द्वारा श्यामा मुखर्जी पार्क में उनका जन्मदिवस मनाया गया। कार्यक्रम में ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्र बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान पाल समाज के लोगों ने उन्हें चांदी की मुकुट भेंट करते हुए उन्हें पगड़ी पहनाई। इस दौरान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विजय मिश्र ने कहा कि वो इस पगड़ी की लाज रखेंगे। उन्होंने कहा कि पाल समाज के लोग कड़ी मेहनत के साथ अपना विकास करें, इस कार्य मे उनकी जहां मदद की आवश्यकता पड़ेगी वे अवश्य करेंगे।
यह भी पढ़ें- तीन हजार किसानों को मिलेगा कर्ज माफी का प्रमाण पत्र कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष काजल यादव ने कहा कि वे पाल समाज के हितों के लिए सदैव कार्य करने के लिए तत्त्पर रहेंगी। कार्यक्रम के शुभारम्भ से पहले विधायक विजय मिश्र ने ज्ञानपुर नगर में लगे स्वतन्त्रता सेनानी शीतल पाल के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके वंशजो को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राम विशुन पाल व संचालन बीएल पाल ने किया। इस दौरान पत्रकार धर्मेंद्र पाल व सुशील पाल को विशेष सम्मान दिया गया। कार्यक्रम में सर्वेश पाल, अखिलेश पाल, सेवालाल पाल, बच्चन पाल, राम यज्ञ पाल आदि उपस्थित रहे।