सोशल मीडिया का असर यह रहा कि, बच्चा कुछ घण्टो में ही अपने परिवार के पास पहुंच गया। परिवार के सदस्यों ने बताया है कि, बच्चा दिव्यांग बच्चों के लिए चलाए जाने वाले कैम्प स्कूल में रहता था और वहां से निकल गया। घर का रास्ता मालूम न होने के कारण वह ट्रेन से भटक कर सुरियावां पहुंच गया था। बच्चे को पाने के बाद परिवार के लोग काफी खुश थे। वहीं सोशल मीडिया पर बच्चे की फ़ोटो शेयर रने कवाले मीडियाकर्मी अनिल वर्मा व भाजपा नेता अजय मोदनवाल ने कहा कि इस प्रयास से खोया हुआ बच्चा अपने परिवार तक सुरक्षित कुछ घण्टो में पहुंच गया यह बहुत खुशी की बात है।
यह पूरा मामला सुरियावां थाना क्षेत्र का है। जहां वाराणसी जिले के लोहता से दिव्यांग बच्चा नवीज अहमद (12) भटक कर सुरियावां पहुंच गया। यहां बाजार में भटक रहे बच्चे को देखकर स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और बच्चे को थाने पर ले जाया गया। बच्चा मूकबधिर होने के कारण बोलने और सुनने में बिल्कुल असमर्थ था। जिसके कारण पुलिस को उसके परिवार के बारे में जानकारी जुटाने में परेशानी हो रही थी। सुरियावां थानाध्यक्ष सत्येंद्र यादव ने बताया कि, पुलिस और स्थानीय लोगों द्वारा बच्चे की फ़ोटो फेसबुक-व्हाट्सएप पर शेयर करते हुए बच्चे को उसके परिवार तक पहुंचाने की अपील की गई। लिहाजा फ़ोटो इतने तेजी से वायरल हुआ कि कुछ घण्टों में ही यह जानकारी बच्चे के परिवार तक पहुंच गया। परिवार के लोगों ने फोन से बात की और सुरियावां पहुंचकर अपने बच्चे को साथ ले गए।
input- महेश जायसवाल