लोकसभा चुनाव में भाजपा को लोकनायक जय प्रकाश नारायण की फिर से याद आने लगी है। इसलिए भाजपा ने जय प्रकाश नारायण के विचारों को मानने वाले भदोही सांसद और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह को बलिया से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। बलिया लोकनायक जेपी की जन्मस्थली है। पार्टी के इस रणनीति के बारे में खुलासा करते हुए खुद संसद वीरेंद्र सिंह ने भदोही में कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए इसकी जानकारी दी। गौरतबल हो कि वीरेंद्र सिंह जय प्रकाश नारायण के समर्थक पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्र शेखर के बहुत करीबी रहे हैं और जेपी के कई फाउंडेशन और ट्रस्ट से जुटे हुए हैं। भदोही से टिकट बदल कर बलिया से भाजपा के उम्मीदवार बनाये जाने के बाद सांसद वीरेंद्र सिंह आज अपने भदोही आवास पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए जहां से वो अगले दिन अपने चुनाव प्रचार के लिए बलिया रवाना होंगे।
पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के विकल्प के तौर पर पार्टी उन्हें पार्टी ने बलिया भेजने का फैसला लिया है। मैंने चन्द्रशेखर जी के साथ मिलकर जेपी के विचारों को फैलाने का काम किया है इसलिए पार्टी लोकनायक के विचारों के संवाहक के रूप में मुझे बलिया भेजने का फैसला लिया है जिससे उनके विचारों को देश भर में बढ़ाया जा सके। उन्होंने भदोही लोकसभा सीट को लेकर कार्यकर्ताओं से कहा कि हम सभी विचार के कार्यकर्ता हैं। हमे पार्टी के विचारों को आगे बढ़ा कर मोदी को दोबारा पीएम बनाना है।
लोक नायक जयप्रकाश नारायण ने सम्पूर्ण क्रांति अभियान चलाकर इमरजेंसी के खिलाफ देश भर में जो माहौल बनाया था उसके बाद आम चुनाव में कांग्रेस की सरकार बदल गयी थी। भाजपा भी लगातार इमरजेंसी के दौरान हुए अत्याचार को लोगों के जेहन में लगातार जिंदा करने के प्रयाश में जुटी हुई है। इसलिए लोकनायक जय प्रकाश नारायण के विचारों को मानने वाले वीरेंद्र सिंह को बलिया से प्रत्याशी बनाकर भाजपा ने बड़ा दांव खेला है और चुनाव प्रचार के दौरान खुद प्रधानमंत्री मोदी भी इसका जिक्र कर सकते हैं।
BY- MAHESH JAISWAL