सरकारी सस्ते गल्ले राशन के कार्ड धारक कलन्दर गौड़ का आरोप है कि चुनाव के बाद जब वह अपना राशन लेने कोटेदार के पास गया तो कोटेदार ने उस पर दबाव बनाकर यह जानने की कोशिश किया कि उसने अपना वोट किसे दिया है। जब कलन्दर ने यह बताने से इनकार कर दिया कि उसने किसे वोट दिया है तो कोटेदार ने उसे राशन नहीं दिया और उसके सामने शर्त रख दी कि वह जब तक वोट का खुलासा नही करेगा तब तक उसे राशन नही दिया जाएगा। इसे लेकर परेसान कलन्दर गौंड़ ने जिलाधिकारी को पत्रक देकर शिकायत करते हुए राशन दिलाये जाने की मांग की है।
BY- MAHESH JAISWAL