दो दिन पहले ही अहमदपुर फुलवरिया से तीन लोग आग से झुलसने कारण उपचार के लिए एमबीएस अस्पताल लाये गए थे। वहां बताया गया कि स्टोव फटने से यह घटना हुई। इसमे बंदा निवासी दो बुनकर गम्भीर रूप से झुलसे थे जिन्हें उपचार के लिए वाराणसी रेफर किया गया है। इस मामले में झुलसे आठ वर्षीय बालक को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया था। इस पूरे मामले की जानकारी होने के बाद श्रम विभाग की टीम कालीन कारखाने पहुंची और संचालक के साथ वहां मौजूद मजदूरों से बात की। संचालक की तरफ से जो स्टोव जांच टीम के सामने पेश किया गया वह पूरी तरह सही सलामत है। पूछताछ में कारखाने में मौजूद लोगों ने बताया है कि स्टोव फटने से नहीं बल्कि उसमें आग लगने से यह घटना हुई। इस मामले में श्रम विभाग अभी झुलसें दोनों बुनकरों का बयान नहीं ले सकी है। दोनों बुनकरों का इलाज वाराणसी में चल रहा है। माना जा रहा है कि उनके बयान के बाद ही पूरी घटना स्पष्ट होगी।