मामला गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के महुआरी गांव का है। जहां के रहने वाले 52 वर्षीय सुभाष शर्मा जमीनी विवाद के दौरान गंभीर रूप से आग से जल गए हैं। अधिकतर शरीर आग से जल चुका है। जिन्हें इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया है। अस्पताल में इलाज के दौरान सुभाष शर्मा ने आरोप लगाया कि उनके मृतक भाई के परिजनों के द्वारा उनको आग लगा दी गई है और पुलिस के द्वारा जबरन जमीन पर कब्जा कराया जा रहा है।
इस पूरे प्रकरण में भदोही जनपद के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि सुभाष चंद शर्मा चार भाई थे। करीब 12 साल पहले उनके सुरेश चंद्र शर्मा नाम के भाई की मौत हो गई थी। मृतक भाई के परिवार के लोग बंटवारा चाहते थे। एक महीने जंगीगंज पुलिस चौकी में पुलिस के पास एक पक्ष आया था। पुलिस इस मामले को लेकर उनके घर गई थी। लेकिन जब उन्होंने बताया कि कोर्ट में मामला चल रहा है तो उसके बाद पुलिस लौट आई और पुलिस उसके बाद मौके पर नहीं गई।
आज जो व्यक्ति आग से जला है उसके भाई के परिवार के लोग अपने जर्जर घर की दीवार बना रहे थे। उसी दौरान इसने शराब के नशे में खुद को आग लगा ली है। पुलिस के कहना है कि पुलिस और अपने मृतक भाई के परिजनों पर जो आरोप लगाए गए है वह गलत है।
By Mahesh Jaiswal