अजहर बताते हैं कि 2016 में वो नौकरी के लिए सऊदी गए थे और वहां काम करने के एक वर्ष बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा। इसके बाद उन्होंने दिल्ली सहित अन्य जगहों पर काम किया लेकिन बाद में नौकरी छूट जाने के कारण उनके सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गयी। वो अपने घर भदोही लौट आये और अपने पिता के साथ छोटी सी दुकान में सिलाई करने लगे। इस दौरान उन्हें लगा कि उन्हें कुछ बड़ा करना चाहिए और पहले उन्होंने कुछ आधुनिक सिलाई मशीन लगाकर कपड़ो के तैयार करने का काम शुरू किया और उसमें उन्हें अच्छे ऑर्डर मिलने लगे। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत दस लाख रुपये का लोन लिया और एक बड़ी फैक्ट्री स्थापित की जिसमे आज 25 से अधिक लोग काम।कर रहे हैं और उन्हें अच्छी आमदनी भी हो रही है।
By Mahesh Jaiswal