यह भी पढ़ें- जिला अस्पताल का हाल बदहाल, नहीं हो रहा अल्ट्रासाउंड दरसल गोपीगंज के पास रामपुर गंगा घाट पर पुल नहीं है ऐसे में रोजाना हजारों ग्रामीण मिर्जापुर जिले से नावों के जरिये आते-जाते है। नाविक, नावों पर क्षमता से अधिक लोगों को बैठा लेते हैं। जिस नाव पर 10 से 15 लोगाों के बैठने की क्षमता है उस नाव पर 40 से 45 लोगों को बैठाया जा रहा है और तो और कई बाइक, साईकिल सहित और भी कई तरह के सामान भी नाव में रखे है। जबकि अगर कोई हादसा हो जाए तो उससे बचाव के कोई बंदोबस्त नहीं है। भदोही जनपद के गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के रामपुर गंगा घाट पर सुबह 6 बजे से शाम होने तक हर समय यहां छोटी नावों से सैकड़ों लोग नदी पार करते हैं। नावों में सफर करने वाले जब गंगा की बीच मझधार में पहुंचते हैं तो सभी डर के साये में होते है की कब नैया पार लगेगी।
यह भी पढ़ें- इस सरकारी विद्यालय के सामने फेल हैं काॅन्वेंट स्कूल, कदम रखते ही बदल जायेगी सोच मिर्जापुर जिले और भदोही से रोजाना हजारों लोगों को गंगा पार करके आना-जाना होता है। इसमें स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे, मजदूर, बुनकर सहित तमाम नौकरियों से जुड़े लोग सफर करते है। रामपुर घाट से मिर्जापुर जिलों में जाने के लिए गंगा में पुल नहीं है। अस्थाई पीपा पुल बनाया भी जाता है तो वह बारिश में गंगा के जल स्तर बढ़ने के बाद हटा दिया जाता है। ऐसे में हजारों लोगो को गंगा पार कर आना-जाना मजबूरन नावों के जरिये करना पड़ता है। लोगों की मांग है कि सरकार को रामपुर घाट पर पुल का निर्माण कराना चाहिए। इससे सैकड़ों गांवों के ग्रामीणों को तो लाभ मिलेगा ही साथ ही जान जोखिम में डालकर जो सफर नावों से कर रहे है उससे भी निजात मिलेगी।
By Mahesh Jaiswal