आरोप है कि, औराई में ट्रामा सेंटर की सौगात पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा देते हुए इसका नाम स्वतन्त्रता सेनानी व पूर्व एमएलसी स्व. पारस नाथ मौर्य ट्रामा सेंटर रखने का शासनादेश जारी करते हुए 80 लाख का बजट भी आवंटित किया। लेकिन वर्तमान में भाजपा के सांसद वीरेंद्र सिंह व औराई विधायक दिनानाथ भास्कर द्वारा दोबारा से भूमिपूजन किया गया और वहां लगाए गए शिलापट्ट से स्वतन्त्रता सेनानी का नाम गायब कर दिया गया। आरोप है कि, भाजपा इस ट्रामा सेंटर का नाम बदलना चाहती है।
इसे लेकर स्वतन्त्रता सेनानी स्व. पारस नाथ मौर्य के पुत्र पिछड़ा आयोग के सदस्य कुंवर प्रमोद चन्द्र मौर्य ने विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया कि, नाम हटा कर स्वतन्त्रता सेनानी के साथ साथ पिछड़े समाज के लोगों का अपमान करने की कोशिश की जा रही है। वहीं पूर्व मंत्री राम किशोर बिंद ने एक प्रेस वार्ता कर चेतावनी दी है कि, नाम बदले जाने पर जनांदोलन किया जाएगा।
प्रेस वार्ता में रामकिशोर बिंद ने कहा कि, बाबू पारसनाथ मौर्य जनपद के जमीनी नेता थे और देश के आजादी के नायक थे। उन्होंने गरीबों मजलूमों और किसानों की आवाज हमेशा बुलन्द किया। उनके साथ इस तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर ट्रामा सेंटर के नाम बदलने के विरोध पर आंदोलन भी होगा।
गौरतलब है कि, औराई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगभग पौने दो करोड़ की लागत से ट्रामा सेंटर बनाया जा रहा है। दस माह पूर्व इसका अखिलेश यादव के सरकार में सपा जनप्रतिनिधियों द्वारा शिलान्यास किया गया था, लेकिन वहां निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था। सरकार बदलने के बाद अब वहां निर्माण कार्य शुरू हुआ है। जिसका दो दिन पूर्व ही भाजपा सांसद व विधायक द्वारा भूमि पूजन किया गया था।
इस दौरान मौके पर एक और शिलापट्ट लगाया गया। जिसमें स्वतन्त्रता सेनानी पारसनाथ मौर्य का नाम न होने से सपा के लोग नाम को लेकर विरोध में उतर आए हैं। input- महेश जायसवाल