समाजवादी पार्टी में विजय मिश्रा की बेटी सीमा मिश्रा की वापसी, 2017 में सपा से निकाले गए थे बाहुबली विधायक
- पंचायत चुनाव के ठीक पहले सीमा मिश्रा को सपा ज्वाइन कराने को लेकर लगाए जा रहे हैं कई तरह के कयास
- भदोही जिला पंचायत सीट इस बार हुई है सामान्य, विजय मिश्रा का भदोही में पंचायत चुनावों में रही है दबदबा

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
भदोही. 2017 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बाहुबली विजय मिश्रा की हुई विदाई के बाद एक बार फिर समाजवादी पार्टी में उनकी वापसी की संभावनाएं बनती दिख रही हैं। समाजवादी पार्टी ने जेल में बंद बाहुबली विजय मिश्रा की बेटी सीमा मिश्रा को एक बार फिर सपा में शामिल कर लिया है। उन्हें अखिलेश यादव की मौजूदगी में लखनऊ में सपा की सदस्यता दिलाई गई। सीमा मिश्रा 2014 के चुनाव में भदोही लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी भी रही हैं। पंचायत चुनाव के ठीक पहले सीमा मिश्रा के सपा ज्वाइन करने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
सपा छोड़ने के बाद भाजपा के साथ नजदीकियां बढ़ाने वाले विजय मिश्रा पर इन दिनों योगी सरकार सख्त हो गई है और वह जेल में बंद हैं। उन पर कई मुकदमे हुए हैं, पत्नी जमानत पर चल रही हैं तो बेटा फरार है, उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी हो चुकी है। विजय मिश्रा इसके न सिर्फ अपने खिलाफ साजिश बता चुके हैं बल्कि वो यह भी आरोप लगा चुके हैं कि यह सब उन्हें पंचायत चुनावों में भदोही से दूर रखने के लिये किया जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सीमा मिश्रा भदोही जिला पंचायत सीट से पंचायत चुनाव में दांव आजमा सकती हैं। इस बार भदोही सामान्य सीट है और जिला पंचायत के चुनाव पर विजय मिश्रा परिवार का अच्छा खासा दखल रहा है।
बताते चलें कि विजय मिश्रा सपा से निकाले जाने के बाद निषाद पार्टी के टिकट पर लगातार चौथी बार भी भदोही की ज्ञानपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने जाने में कामयाब रहे। हालांकि इसके बाद उन्होंने भाजपा से नजदीकियां बढ़ानी शुरू कीं। वह भाजपा आयोजनों में नजर आए और सीएम योगी के मंच पर भी दिखाई दिये। राज्यसभा चुनाव में भाजपा के समर्थन में वोटिंग भी की। पर बीते साल भदोही में टोल प्लाजा धमकी मामले के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गईं और उन्हीं के रिश्तेदार द्वारा जबरन मकान कब्जा और धमकी सहित मामलों में विधायक विजय मिश्रा, पत्नी एमएलसी रामलली मिश्रा और बेटे विष्णु मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। विजय मिश्रा को मध्य प्रदेश में गिरफ्तार किया गया, जबकि बेटे और पत्नी पुलिस के हाथ नहीं लगे। बाद में हाईकोर्ट से पत्नी को तो अग्रिम अंतरिम जमानत मिल गई, लेकिन विष्णु मिश्रा अब भी फरार हैं।
पूर्वांचल के इन नेताओं ने ज्वाइन की सपा
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरके चौधरी, पूर्व विधायक व पूर्व आईपीएस समेत कई बड़े नेताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली, इनमें पूर्वांचल से बड़े नाम शामिल रहे। आजमगढ और गाजीपुर में बसपा को बड़ा झटका लगा। आजमगढ़ की रहने वाली पूर्व बसपा विधायक विद्या चौधरी सपा में चले जाना बसपा के लिये खासा नुकसान बताय जा रहा है तो वहीं गाजीपुर के जहूराबाद से पूर्व विधायक कालीचरण राजभर का सपा में जाना भी बसपा के लिये झटका कहा जा रहा है। सपा ज्वाइन करने वालो में मोहनलालगंज सुरक्षित सीट से लोकसभा चुनाव लड़ चुके पूर्व मंत्री आरके चौधरी, पूर्व एडीजी गुरबचन लाल जाटव, पूर्व डीआईजी हरीश कुमार, सहावर (कासगंज) चेयरमैन जाहिदा सुल्तान, अनूप शहर (बुलंदशहर) पूर्व विधायक चौधरी होशियार सिंह जाट, भगवंतनगर (उन्नाव) से पूर्व विधायक कृपा शंकर कटियार, अमेठी से पूर्व विधायक हरचरन यादव, बांदा से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष किरन वर्मा, विश्वकर्मा महासभा के अध्यक्ष छेदीलाल शर्मा व नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद अशफाक, मोहम्मद सऊद, दीपचन्द्र राम, चौधरी सुरेश कुमार निर्मल, शिव प्रताप राजपूत, रोहित श्रीवास्तव, मेवालाल कन्नौजिया व राजेश कुमार मौर्य समेत कई जिलों के नेता सपा में शामलि हुए।
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