विधायक विजय मिश्रा ने कहा कि मुझे यहां से ले जाया जा रहा है लेकिन मेरी हत्या कराई जा सकती है। साथ ही यह भी जोड़ा कि मैं मर भी जाऊं तो कोई फर्क नही पड़ता। लोग जाग चुके हैं और यूपी से योगी सरकार को खदेड़ देंगे। उन्होंने मध्य प्रदेश पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि यहां की पुलिस ने पूरा सम्मान दिया है जिसके लिए वो एमपी के मुख्यमंत्री-गृह मंत्री का आभार व्यक्त करते हैं। हालांकि लेकिन उनके ऊपर खतरा बने होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि वह महाकाल का दर्शन करने मध्य प्रदेश आए थे और वहां से दिल्ली जाना था, लेकिन पुलिस उन्हें यहीं रोक लिया। विजय मिश्रा को मध्य प्रदेश के आगर मालवा में में गिरफ़तारी के बाद शनिवार को वहां के कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद यूपी पुलिस उन्हें लेकर भदोही लौट रही है। आगर मालवा से भदोही की दूरी करीब 900 किलोमीटर है। ऐसा माना जा रहा है कि उन्हें देर रात या अगली सुबह तक भदोही लाकर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
गौरतलब हो कि विधायक विजय मिश्रा के रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी ने विधायक उनकी पत्नी और बेटे के खिलाफ मकान में जबरदस्ती रहने और फर्म पर कब्जा करने का एफआईआर कराया था। मामले में शिकायतकर्ता का बयान कोर्ट में दर्ज होने के बाद पुलिस विधायक की गिरफ्तारी की कोशिश में जुटी थी। लोकेशन एमपी के मालवा में ट्रेस होने के बाद यूपी पुलिस के अनुरोध पर एमपी पुलिस ने विधायक को मालवा में हिरासत में ले लिया। इसके पहले भी पुलिस ने एक व्यापारी को धमकी देने का ऑडियो वायरल होने के बाद विधायक के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की है, जो जिलाधिकारी कोर्ट में विचाराधीन है। विधायक के खिलाफ तेजी से हो रही कार्यवाई को लेकर लोगों का मानना है कि सरकार की नजर इन पर टेढ़ी हो गयी है।
By Mahesh Jaiswal