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कभी पेट भरने के लिये बेचता था गोलगप्पा, अब सबसे कम उम्र में दोहरा शतक लगाकर बनाया रिकॉर्ड

locationभदोहीPublished: Oct 17, 2019 11:50:12 am

Submitted by:

Akhilesh Tripathi

154 गेंद में खेली 203 रन की पारी, 12 छक्के और 17 चौके लगाये

Yashasvi jaiswal

यशस्वी जायसवाल

भदोही. यूपी के भदोही का लाल यशस्वी जायसवाल एक बार फिर चर्चा में है । मुंबई की तरफ से खेलते हुए यशस्वी जायसवाल ने लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे कम उम्र में दोहरा शतक जड़ने का रिकार्ड अपने नाम कर लिया है। विजय हजारे सत्र में डेब्यू कर रहे 17 साल के यशस्वी ने झारखंड के खिलाफ 154 गेंद में 203 रन बनाये जिसमें 12 छक्के और 17 चौके शामिल हैं । यशस्वी विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज बने। उनसे पहले संजू सैमसन और उत्तराखंड के कर्ण कौशल ऐसा कर चुके हैं। यशस्वी जायसवाल ने यह सफलता काफी मेहनत के बाद हासिल की है । यशस्वी कभी पेट भरने के लिये मुंबई में गोलगप्पा भी बेचा करते थे।
Yashasvi jaiswal
काफी संघर्ष भरी है यशस्वी की कहानी:

यशस्वी जायसवाल भदोही ब्लॉक के सुरियावां के निवासी है। इनके पिता भूपेंद्र जायसवाल सुरियावां बाजार में पेंट की दुकान चलाते हैं। यशस्वी दो बहन और एक भाई में सबसे छोटे हैं। उनके पिता के अनुसार यशस्वी एक सफल क्रिकेटर बनना चाहता था। सोते जागते हमेशा उसके पास बैट जरूर होती थी। एक बार वो यशस्वी को लेकर मुम्बई के आजाद मैदान लेकर गए थे, लेकिन यशस्वी को खाना बनाने नहीं आता था जिससे उसकी एंट्री वहां नही हो सकी जिससे वो निराश होकर वापस लौट आये।
घर की माली हालत ठीक नहीं होने के कारण परिवार यशस्वी के प्रैक्टिस के लिए अन्य जरूरी सुविधाएं देने में सक्षम नही था। इसके बाद जब घर पर यशस्वी को रोटी बनाना आ गया तो वह दोबारा मुम्बई गया, जहां वह चाचा के साथ रहने लगे। उसे अच्छे प्रदर्शन के शर्त पर आजाद मैदान में एंट्री मिल गयी। जहां तीन वर्षों तक यशस्वी ने टेंट में रहकर तमाम मुश्किलों को झेलते हुए अपनी प्रैक्टिस जारी रखा। इस दौरान पैसों की आवश्यकता पड़ने पर उन्हें रामलीला के दौरान गोलगप्पे भी बेचना पड़ा । यशस्वी ने एक मैच में रिकार्ड 319 रन बनाए, जिसके बाद चयनकर्ताओं की उनके ऊपर नजर पड़ी । यशस्वी के खेल से क्रिकेट चयनकर्ता काफी प्रभावित हुए और उनका चयन भारतीय क्रिकेट के अंडर 19 टीम में हो गया और वह भारत ए के लिये सचिन के बेटे के साथ श्रीलंका खेलने भी गये । यशस्वी से पहली मुलाकात में ही सचिन तेंदुलकर ने उन्हें अपना बल्ला भी गिफ्ट में दिया था।
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एशिया कप में सबसे ज्यादा रन यशस्वी के नाम

एशिया कप में यशस्वी ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और बतौर ओपनर टूर्नामेंट के 3 मैचों में सबसे ज्यादा 214 रन बनाए। फाइनल में उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ के पुरस्कार से भी नवाजा गया। भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 144 रन से हराकर रिकॉर्ड छठी बार एशिया कप जीता था।
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