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मरीजों को बिना सैम्पल पास किए दी जा रहीं पेट दर्द व दस्त की टेबलेट, भरतपुर के इन दो अस्पतालों में 12 डॉक्टर अनुपस्थित!

locationभरतपुरPublished: Jun 08, 2019 11:27:39 am

Submitted by:

shyamveer Singh

भरतपुर. सम्भाग के सबसे बड़े अस्पताल आरबीएम में मरीजों को बिना सैम्पल पास किए ही पेट दर्द व दस्त की टेबलेट का वितरण किया जा रहा है। शुक्रवार को एसडीएम व तहसीलदार की ओर से किए गए औचक निरीक्षण में इसका खुलासा हुआ।

12 doctors absent in two hospitals of Bharatpur

मरीजों को बिना सैम्पल पास किए दी जा रहीं पेट दर्द व दस्त की टेबलेट, भरतपुर के इन दो अस्पतालों में 12 डॉक्टर अनुपस्थित!

भरतपुर. सम्भाग के सबसे बड़े अस्पताल आरबीएम में मरीजों को बिना सैम्पल पास किए ही पेट दर्द व दस्त की टेबलेट का वितरण किया जा रहा है। शुक्रवार को एसडीएम व तहसीलदार की ओर से किए गए औचक निरीक्षण में इसका खुलासा हुआ। वहीं आरबीएम अस्पताल के निरीक्षण के दौरान आउटडोर समय में पीएमओ समेत नौ चिकित्सक अनुपस्थित मिले। सैटेलाइट अस्पताल में भी तीन चिकित्सक और नदबई के अस्पताल में 11 कर्मचारी नदारद मिले। शुक्रवार को जिला कलक्टर डॉ. आरुषि अजेय मलिक के निर्देश पर जिलेभर के चिकित्सा संस्थानों का औचक निरीक्षण किया, जिसमें नौ उप-स्वास्थ्य केन्द्रों पर ताला लटका मिला। साथ ही अधिकतर स्वास्थ्य केन्द्रों पर न तो पूरी दवाइयां उपलब्ध थीं और न ही सभी प्रकार की जांचें हो रही थीं।

बिना सैम्पल पास हुए दे रहे मरीजों को दवाई
आरबीएम अस्पताल के निरीक्षण में सामने आया कि ऑफ्लेक्सिन ऑर्निडाजोल टेबलेट का बैच नम्बर 19ए166 रिकॉर्ड में क्वारनटाइन भण्डारण में दर्ज है लेकिन उसका अभी तक लैब से सैम्पल पास होकर नहीं आया है। उक्त दवाई के 50 हजार टेबलेट एक्टिव स्टॉक में पाए गए। टीम ने सम्भावना जताई कि सैम्पल पास किए बिना ही इस दवाई का मरीजों को वितरण किया जा रहा है। वहीं डीडीसी संख्या 2 से 28 मई 2019 को भण्डार को 24 दवाइयों का इन्डेंट भेजा गया, छह दिन बाद 4 जून को भण्डार द्वारा दवाई जारी कर दीं लेकिन 7 जून तक दवाई डीडीसी पर नहीं पहुंचीं। साथ ही भण्डार के स्टॉक में मैट्रोजिल 400 एमजी टेबलेट 2,31,360 होनी चाहिए थी लेकिन यह दवाई स्टॉक से 5340 टेबलेट अधिक पाई गईं। निशुल्क दवा भण्डार द्वारा 28 मई 2019 को 40 दवाई का इण्डेंट भेजा गया लेकिन दवाई उपलब्ध होने के बावजूद जिला औषधि भण्डार की ओर से ये दवाई डीडीसी को उपलब्ध नहीं कराईं। उधर, मरीजों को निजी दुकानों से दवाई खरीदनी पड़ रही हैं।

आरबीएम: पीएमओ व नौ चिकित्सक अनुपस्थित
शुक्रवार सुबह आउटडोर समय में एसडीएम संजय गोयल व तहसीलदार सोहन सिंह नरूका ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पीएमओ डॉ. केसी बंसल के साथ ही हड्डी रोग विभाग के डॉ. राजवीर सिंह, डॉ. अभिमन्यु सिंह(11 बजे तक ऑपरेशन थिएटर में थे लेकिन बाद में आउटडोर में नहीं आए), चर्म रोग विभाग के डॉ. सुरेखा सिंह, डॉ. प्रदीप गर्ग, मेडिसिन विभाग के डॉ. ऋषिराज मीणा व डॉ. गिरीश, फिजियोथैरेपी डॉ. नीता अग्रवाल, दंत रोग विभाग डॉ. पवन कुमार व काउन्सलर डॉ. राजेश कुमार माली अनुपिस्थित मिले।
सैटेलाइट अस्पताल में तीन चिकित्सक अनुपस्थित
सैटेलाइट अस्पताल में शाम 5.40 बजे औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान डॉ. कमल किशोर, डॉ. सुरेशपाल व डॉ. साधना अग्रवाल अनुपस्थित मिले।


ये भी अनुपस्थित
– जिला औषधि भण्डार प्रभारी डॉ. सुनील शर्मा
– भण्डार के अन्य कर्मचारी गंभीर सिंह, राहुल धाकड़, प्रिया छौंकर, वीरेन्द्र बंसल, गरिमा बंसल अनुस्थित मिले, लेकिन सूचना मिलने पर आधा घंटे बाद उपस्थित हो गए।
– प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जघीना के डॉ. रवि फौजदार बिना प्रार्थना पत्र के आकस्मिक अवकाश पर मिले।
– पीएचसी चिकसाना पर डॉ. प्रियंका सिंह अनुपस्थित मिली।

ये उप-स्वास्थ्य केन्द्र बंद मिले
ऊंचा गांव, पार, मलाह, तेहरा लोधा, घुस्यारी, गांवड़ी, फुलवारा, घौरमुई व भाण्डौर उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर ताला लटका मिला।

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