कुल परिणाम पर एक नजर प्रथम श्रेणी: 14895
द्वितीय श्रेणी: 13820
तृतीय श्रेणी: 6154
कुल: 34869, 82.48 प्रतिशत छात्रों का परिणाम प्रथम श्रेणी: 8096
द्वितीय श्रेणी: 7728
तृतीय श्रेणी: 3629
कुल: 19453, 8236 प्रतिशत छात्राओं का परिणाम
द्वितीय श्रेणी: 13820
तृतीय श्रेणी: 6154
कुल: 34869, 82.48 प्रतिशत छात्रों का परिणाम प्रथम श्रेणी: 8096
द्वितीय श्रेणी: 7728
तृतीय श्रेणी: 3629
कुल: 19453, 8236 प्रतिशत छात्राओं का परिणाम
प्रथम श्रेणी: 6799
द्वितीय श्रेणी: 6092
तृतीय श्रेणी: 2525
कुल: 15416, 82.63 प्रतिशत
वेबसाइट क्रेश...परिणाम के लिए हुई परेशानी परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद विद्यार्थियों को बोर्ड की वेबसाइट के हैंग होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। बताते हैं कि साइट पर एक साथ अत्यधिक भार पडऩे के कारण वह हैंग हो गई। ऐसे में करीब साढ़े चार बजे के बाद साइट खुल सकी। तब जाकर विद्यार्थियों को राहत मिल सकी। हालांकि अन्य साइटों पर परिणाम आ गया था, परंतु बोर्ड की साइट पर बार-बार हैंग होने के कारण परेशानी आती रही।
द्वितीय श्रेणी: 6092
तृतीय श्रेणी: 2525
कुल: 15416, 82.63 प्रतिशत
वेबसाइट क्रेश...परिणाम के लिए हुई परेशानी परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद विद्यार्थियों को बोर्ड की वेबसाइट के हैंग होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। बताते हैं कि साइट पर एक साथ अत्यधिक भार पडऩे के कारण वह हैंग हो गई। ऐसे में करीब साढ़े चार बजे के बाद साइट खुल सकी। तब जाकर विद्यार्थियों को राहत मिल सकी। हालांकि अन्य साइटों पर परिणाम आ गया था, परंतु बोर्ड की साइट पर बार-बार हैंग होने के कारण परेशानी आती रही।
कब कौनसे स्थान पर रहा हमारा जिला प्रदेश में 10वीं बोर्ड के परिणाम में इस बार भरतपुर का स्थान 14वां रहा है। 2020 में 21वां रहा। वर्ष 2019 में प्रदेश में 17वां स्थान रहा था। 2017 में 14वां, 2018 में 16वां स्थान रहा था।
प्रवेशिका में 360 में से 183 पास, 2020 की तुलना 5.20 प्रतिशत बढ़ा
-इस बार 50.83 प्रतिशत, 2020 में था 54.55 प्रतिशत
भरतपुर. इस बार प्रवेशिका का जिले का परिणाम 5.25 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि अब तक के रिकॉर्ड के अनुसार प्रवेशिका का परिणाम 50 से 55 प्रतिशत के बीच ही रहा है। इस बार जिले का परिणाम 50.83 प्रतिशत रहा है। 2019 में भी परिणाम 2018 की तुलना 9.2 प्रतिशत कम रहा था। 2020 में परिणाम 45.58 प्रतिशत रहा था। 2019 में जिले का परिणाम 54.55 प्रतिशत रहा था। 2018 में प्रवेशिका का परिणाम 63.75 प्रतिशत था, जो कि 2017 में 55.31 प्रतिशत, 2016 में 43.21 प्रतिशत रहा था। पिछले साल छात्रों का परिणाम 58.52 प्रतिशत व छात्राओं का परिणाम 50.85 प्रतिशत रहा था। हालांकि 2021 में परीक्षा नहीं होने के कारण परिणाम शत-प्रतिशत रहा था। प्रवेशिका परीक्षा के लिए 188 छात्र व 185 छात्राओं समेत कुल 373 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। इसमें से 177 छात्र व 183 छात्राओं समेत 360 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। प्रथम श्रेणी से 44, द्वितीय श्रेणी से 95, तृतीय श्रेणी से 44 उत्तीर्ण हुए। छात्रों के परिणाम पर नजर डालें तो प्रथम श्रेणी से 20, द्वितीय श्रेणी से 46, तृतीय श्रेणी से 22, कुल 88 व 49.72 प्रतिशत रहा। इसी प्रकार छात्राओं के परिणाम पर नजर डालें तो प्रथम श्रेणी से 24, द्वितीय श्रेणी से 49, तृतीय श्रेणी से 22, कुल 95 उत्तीर्ण हुए। परिणाम 51.91 प्रतिशत रहा।
कामां के डीगेंद्र कटारा ने 98.33 प्रतिशत अंक लाकर किया टॉप कामां. अनामिका पब्लिक सीनियर सैकण्डऱी विद्यालय के छात्र डीगेन्द्र कटारा ने 98.33 प्रतिशत अंक प्राप्त करके कामां सहित जिले का नाम रोशन किया है। छात्र ने 600 में से 590 अंक प्राप्त किए है। छात्र डीगेन्द्र कटारा के पिता प्रेमचंद कटारा शिक्षक है। जबकि माता अंशुल मुदगल राजकीय अस्पताल में जीएनएम के पद पर कार्यरत है। जो कि दिव्यांग है। छात्र डीगेन्द्र कटारा ने बताया कि वह बिना कोचिंग व टयूशन किए घर पर स्वंय पढ़ाई करता था। मोबाइल से दूर रहकर सोशल मीडिया व गेम आदि से से परहेज करता था। निरंतर 12 घंटे की पढ़ाई में व्यस्त रहता था। छात्र ने बताया कि वह चिकित्सक बनना चाहता है। वह कोटा में ऐलन में नीट की तैयारी कर रहा है।