गौरतलब है कि राजफैड के माध्यम से सहकारी समितियां सरसों की खरीद कर रहीं है। यहां किसानों की पंजीयन क्षमता 46 हजार से अधिक है, जिनमें से 40 हजार 828 किसानों ने पंजीयन करा चुके है। इन किसानों ने अब तक लगभग 02 लाख 71 हजार 233.56 क्विंटल सरसों का विक्रय समितियों के माध्यम से सरकार को कर दिया है। किसानों के इस विक्रय से खुद राजफैड भी चौंका दिया है।
जिले में 3.90 लाख हैक्टेयर भूमि कृषि योग्य है , जहां 2.67 लाख किसान हैं। इनमें से 1.5 लाख से अधिक किसानों ने 02 लाख हैक्टेयर में सरसों की फसल की है। इसके चलते सरकार ने 46 हजार 351 किसानों के पंजीयन के साथ करीब 07 लाख क्विंटल सरसों खरीद का लक्ष्य रखा है। यहां 40 हजार 828 पंजीयन करा चुके हैं। लेकिन, सरसों का बेचान अभी तक 13 हजार 892 किसानों ने किया है। हालांकि सूचना 18 हजार 161 पंजीकृत किसानों को दी है। राजफैड भरतपुर में क्षेत्रीय अधिकारी उमेशचंद शर्मा का कहना है कि क्रय-विक्रय केंद्रों पर सरसों की खरीद चल रही है। अब तक 2 लाख 71 हजार क्विंटल से अधिक सरसों खरीदी ली है। किसानों को सूचना देकर बुला रहे हैं।