मृतका ने सुसाइड नोट में यह लिखा मृतका ने सुसाइड नोट में लिखा है कि...मेरे मरने का जिम्मेदार घर में से कोई नहीं है। मुझे मरने पर मजबूर मेरी ननद ने किया है। मेरी और मेरे पति की लड़ाई करा दी और मुझे ससुराल से भगा दिया। मुझे और घर वालों को गालियां दी। मेरी सब चीज, कपड़े छीन लिए। फोन पर धमकी दी कि अब तुझको ससुराल नहीं आने दूंगी। इसमें मेरे पति का कोई दोष नहीं है। उसने तो बहन के कहने पर मुझसे झगड़ा किया। मेरी मौत के जिम्मेदार मेरी ननद सोना, ओमप्रकाश, मुझसे कोई गल्ती हुई है तो माफी कर देना। मैं मेरी पति से बहुत प्यार करती हूं और मरने के बाद भी करती रहूंगी। आई लव यू दीपकजी।
तापमान बढ़ते ही अवसाद का ग्राफ भी बढ़ा बताते हैं कि गर्मियों के मौसम में आत्महत्या अधिक होती है। क्योंकि तापमान बढऩे के साथ ही इंसान के अवसाद का ग्राफ भी बढता है। पिछले कुछ दिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक एक सप्ताह के अंदर जिले में 11 सुसाइड केस सामने आए थे। बयाना के खेड़ली गड़ासिया की विवाहिता ने भी 24 अप्रेल को हिंडौन सिटी स्थित अपने पीहर में आत्महत्या कर ली थी।