इस तरह इन क्षेत्रों के 255 गांवों के लगभग 3 लाख लोग अंधेरे में बैठे हैं। हालांकि, विद्युत निगम अंधड़ से गड़बड़ाई व्यवस्था के सुधार में लगा है। इससे बीते चौबीस घंटे में लगभग 100 विद्युत पोल व 20 ट्रांसफार्मर सही कर कुछ स्थानों पर बिजली दुरुस्त कर दी है। लेकिन, 1452 पोल व 552 ट्रांसफार्मर इनसे जुड़ी लाइनों को सही करने में अभी समय लगेगा।
गौरतलब है कि गुरुवार शाम को मौसम के बदलाव से बयाना, डीग, उच्चैन, रूपवास, सेवर क्षेत्र में 880 विद्युत पोल, लाइन, 40 ट्रांसफार्मर गिरकर बेकार हो गए। वहीं बीते दिन शुक्रवार शाम को ओलावृष्टि, बारिश और अंधड़ से डीग, उच्चैन सहित नदबई में 572 पोल और 57 ट्रांसफार्मर गिर गए। लेकिन संख्या इससे अधिक है। इसमें सबसे अधिक डीग में 406 पोल और 36 ट्रांसफार्मर गिरे हैं।
घरेलु कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं के यहां जल्द बिजली आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। लेकिन, कृषि कनेक्शनों वालों की सप्लाई शुरू करने में समय लगेगा। क्योंकि, ट्रांसफार्मर व लाइन खेतों में होकर जा रही हैं जहां पानी भरा है। इसलिए कृषि व्यवस्था को सुचारू करने में समय लग सकता है।
अधीक्षण अभियंता जयपुर डिस्कॉम भरतपुर रामखिलाड़ी मीणा का कहना है कि दो दिन में अंधड़ से 14 सौ से अधिक पोल और ट्रांसफार्मर गिर गए हैं। इससे नुकसान तो हुआ है। कर्मचारी सही करने में लगे हैं। कुछ सही कर दिए हैं और शेष दुरुस्त कर बिजली सप्लाई सुचारू कर दी जाएगी।