हकीकत ये...थानों में चलता है केस के नाम पर खेल जहां पुलिस की सूक्ति आमजन में विश्वास, अपराधियों में डर मानी जाती है। जिले के थानों में इसके उलट हो रहा है। हकीकत यह है कि अगर कोई पीडि़त थाने में पहुंचता है तो उसकी रिपोर्ट दर्ज करने में ही आनाकानी की जाती है। इसके बाद क्रॉस मुकदमा हुआ तो दोनों ही पार्टियों को इतना परेशान किया जाता है कि वह खुद ही रिश्वत देने पर मजबूर हो जाते हैं। अभी कुछ माह के अंतराल में ही ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें थाने के प्रभारियों की ओर से पीडि़तों के मुकदमे दर्ज नहीं किए गए थे, जब मामला एसपी के पास पहुंचा तो मुकदमे दर्ज हुए।